शादियों के सीजन में फूलों पर पड़ी महंगाई की मार, गर्मी के कारण बनारस में फूलों की सप्लाई हुई कम

 

वाराणसी। पूर्वांचल की सबसे बड़ी किसान फूल मंडी वाराणसी के मलदहिया क्षेत्र में स्थित है। यहां से बिहार, कोलकाता, एमपी जैसे प्रदेशों में फूलों की सप्लाई होती है। एक ओर जहां हीट वेव के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त है, वहीँ गर्मी के कारण फूलों की आवक कम हो गई है। वहीँ लग्न का सीजन होने के कारण फूलों की डिमांड भी बढ़ी है। जिस वजह से फूलों के रेट में तेजी आ गयी है। 

बताया जा रहा है कि हीट वेव से अधिकतर किसान बीमार चल रहे हैं। जिसके कारण फूलों की पैदावार पर खासा असर पड़ा है। इस महीने लग्न होने से भी फूलों की डिमांड बढ़ी है। अब जब सप्लाई कम है और डिमांड बढ़ी है, तो फूलों के दाम भी बढ़ गये हैं। 

फूल व्यापारी राजेश सैनी के मुताबिक, फूलों की जो खेप 2 हजार रुपए की थी वह आज 3 हजार रुपए तक में बिक रही है। इस समय गेंदा, गुलाब, रजनीगंधा कुंद सभी की डिमांड है। सभी फूलों का कट फ्लावर ग्लैडिया स्टिक गुलाब अन्य सारी चीजों की डिमांड इस समय अधिक है। 

देश-विदेशों से मंगाए जा रहे फूल

फूलों में रातरानी का फूल लोग बेंगलुरु से मंगवा रहे हैं। वहीँ विदेशी फुल अन्य देशों से और कोलकाता से भी तो काफी फुल मंगवा रहे हैं। इस समय फूलों में सबसे ज्यादा महंगे घोड़ा पत्ता के फूल हो गये हैं। घोड़ा पत्ता फूल दो-दो सौ रुपए में बेचे जा रहे हैं, कोई डेढ़ सौ रुपया तो कोई दो सौ रुपए प्रति बंडल बेच रहा है। माल मंगा कर डंप किए हुए हैं। इसकी वजह डिमांड अधिक है। 

घोड़ा पत्ता के फूल 7 गुना ज्यादा महंगे

कुछ व्यापारियों की मानें तो घोड़ा पत्ता के फूल के जरिए कस्टमर को लूटा जा रहा है। ₹30 का माल ₹200 में ब्लैक में बेचा जा रहा है। इस मामले में फूल मंडी के अध्यक्ष उदय प्रताप ने बताया कि हमारे यहां वाराणसी में बाबतपुर, मोहनसराय, मिर्जामुराद, राजातालाब व बाबतपुर से फूल बाहर जा रहा है। बाहर से फूल यहां नहीं आ रहा है। इसी कारण रेट में बढ़ोतरी हुई है। 

जयमाल के रेट ने छुआ आसमान

इस समय लगन का सीजन चल रहा है। फूल माला भी अच्छा बिक रहा है। जिस हिसाब से महंगाई है, लेकिन कुछ खास महंगाई नहीं है। क्योंकि नवरात्र के बाद से ही लगन शुरू हो गई है। यह लग्न 5 दिन का है। इतना माल मंगा रहे हैं कि सस्ता हो, लेकिन सही बाजार है, कोई दिक्कत नहीं है। इस समय फूलों की डिमांड में गेंदा का फूल ज्यादा डिमांड है। इस साल सबसे ज्यादा जयमाल महंगा बिक रहा है क्योंकि जो पिछली बारिश हुई है, उसमें टेंगरी पीछे हो गया। इसलिए फुला नहीं।