वाराणसी में ड्रोन से की जा रही चाइनीज मांझा से पतंग उड़ाने वालों की निगरानी, पकड़े गए तो होगी कार्रवाई

 
वाराणसी। शहर में चाइनीज मांझा के बढ़ते खतरों को देखते हुए पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर इसके खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। यह खतरनाक मांझा न केवल गंभीर चोट पहुंचा रहा है, बल्कि कई बार लोगों की जान भी ले चुका है। इसके उपयोग पर रोक लगाने के लिए वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट द्वारा प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।

अभियान के तहत लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने लंका के विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से निगरानी की। इसके साथ ही, ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग कर लोगों से अपील की गई कि वे चाइनीज मांझा का इस्तेमाल न करें। इंस्पेक्टर मिश्रा ने जनता से आग्रह किया कि अगर कोई चाइनीज मांझा का उपयोग करता हुआ पाया जाए, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें।

चाइनीज मांझा इस्तेमाल पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी

इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि चाइनीज मांझा के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है और इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील की और कहा कि इस खतरनाक मांझा के उपयोग को रोकने के लिए सभी का योगदान आवश्यक है।

स्थानीय लोगों ने की सराहना

स्थानीय निवासियों ने इस अभियान को सराहा और इसे एक सकारात्मक कदम बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान पूरे कमिश्नरेट में लागू किया जा रहा है और इसका पालन करना सभी की जिम्मेदारी है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि चाइनीज मांझा का उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

चाइनीज मांझा के खतरे

प्लास्टिक और कांच के मिश्रण से बना चाइनीज मांझा बेहद खतरनाक है। यह न केवल पक्षियों को घायल करता है, बल्कि इंसानों को भी गंभीर चोट पहुंचाता है। कई मामलों में यह जानलेवा भी साबित हुआ है।

पुलिस का संदेश: जागरूकता और सहयोग जरूरी

पुलिस ने जनता से अनुरोध किया है कि वे न केवल खुद चाइनीज मांझा का उपयोग बंद करें, बल्कि दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करें। इस अभियान का उद्देश्य शहर को सुरक्षित बनाना और किसी भी संभावित दुर्घटना को रोकना है।