बरेका में रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का निर्माण अंतिम चरण में, 12 को होगा दहन, दिन-रात काम में जुटे मुस्लिम कारीगर

 
वाराणसी। बरेका में इस बार रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के विशाल पुतलों का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है, जो लगभग अंतिम चरण में पहुंच गया है। बरेका के खेल मैदान पर 75 फीट ऊंचा रावण, 70 फीट का कुंभकर्ण, और 65 फीट का मेघनाथ का पुतला खड़ा किया जाएगा। पुतले बनाने में करीब एक दर्जन कारीगर पिछले दो महीनों से लगातार मेहनत कर रहे हैं।

रात-दिन काम में जुटे कारीगर  

पुतला निर्माण में शामिल शमसाद ने बताया कि इस बार काम थोड़ी देर से शुरू हुआ, जिससे समय पर पुतले तैयार करने के लिए कारीगर दिन-रात काम कर रहे हैं। पुतलों के निर्माण में बांस, कागज, गोंद, और सूती साड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कारीगरों की टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि पुतले समय से तैयार हों और कार्यक्रम में किसी तरह की देरी न हो।

12 अक्टूबर को होगी भव्य आतिशबाजी 

बरेका के खेल मैदान पर 12 अक्टूबर को रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। इनके साथ-साथ "सोने की लंका" का भी प्रतीकात्मक निर्माण किया जा रहा है, जो दहन के समय जलाए जाएंगे। पुतलों के दहन के बाद करीब डेढ़ घंटे तक भव्य आतिशबाजी का आयोजन होगा, जो इस पूरे आयोजन को और भी खास बनाएगा।