ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने की मरम्मत की मांग पर 15 जुलाई को होगी सुनवाई, बंद तहखानों के ASI सर्वे की मांग पर टली सुनवाई

 
वाराणसी। वाराणसी में श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी के मूलवाद से जुड़े कई मामलों की आलग-अलग कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। जिसमें इन मामलों में बहस टल गई। जिला जज संजीव पांडेय की अदालत ने ज्ञानवापी के 8 याचिकाओं पर सुनवाई के लिए 15 जुलाई की तारीख निर्धारित की है। जिसमें श्रृंगार गौरी ज्ञानवापी समेत मस्जिद के मूलवाद में जिला जज की अदालत में श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन समेत प्रमुख तीन याचिकाओं पर बहस होनी है। 

ज्ञानवापी के व्यासजी तहखाने की मरम्मत और बदन तहखानों को खोलने व ASI सर्वे कराने की मांग पर राखी सिंह और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की याचिका पर भी सुनवाई होनी है। हिंदू पक्ष के वकील ने व्यासजी तहखाने के जर्जर छत और उसके बीम के मरम्मत की मांग की है। उन्होंने जर्जर बीमों को लेकर हादसे की आशंका जताते हुए कोर्ट से मरम्मत की अनुमति मांगी है। हालांकि इस पर मुस्लिम पक्ष ने आपत्ति जाहिर की है। जिस लेकर दोनों पक्षों के ओर से बहस भी हुई है।

हिंदू पक्ष के ओर ओर से दायर याचिका में ज्ञानवापी परिसर में बंद तहखानों के एएसआई सर्वे की मांग की गई है। दावा किया गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिण की ओर एस-1 और उत्तर की ओर एन-1 सहित अन्य तहखानों को एएसआई के प्रारंभिक सर्वेक्षण के तहत कवर नहीं किया जा सका, क्योंकि वे पत्थर से बंद हैं।

उनका अवरोध हटाकर टीम को अंदर सर्वे की अनुमति प्रदान की जाए। राखी सिंह की ओर से दायर याचिका में जिसमें अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी और काउंटर की ओर से आपत्ति दाखिल कर चुका है। वादी महिलाओं में लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक हैं। इनके वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी और सुधीर त्रिपाठी हैं। सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया कि आज जिला जज के समक्ष हम पक्ष रखेंगे कि इन मामलों की सुनवाई जल्द हो।