श्री गणेश महोत्सव 2024 का भव्य समापन, गणपति विसर्जन शोभायात्रा में काशी में दिखी महाराष्ट्र की झलक, लगे गणपति के जयकारे

 

वाराणसी। ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में आयोजित पांच दिवसीय श्री गणेश महोत्सव 2024 का समापन बुधवार को भव्य शोभायात्रा और गणपति विसर्जन के साथ हुआ। इस आयोजन की शुरुआत विद्वान धन्नजय खुण्टे जी महाराज द्वारा विधिपूर्वक पूजा-अर्चना से हुई। श्रीकाशी मराठा गणेश उत्सव समिति के संरक्षक संतोष पाटिल और अध्यक्ष आनंद राव सूर्यवंशी ने मुम्बई के सुप्रसिद्ध लालबाग के राजा की भांति श्रीगणेश जी का पूजन और महाआरती की। 

गणपति बप्पा को फूलों से सुसज्जित गाड़ी पर विराजमान कर भक्तों ने शोभायात्रा की शुरुआत की। "गणपति बप्पा मोरया" और "गणपति जी का जयकार" के उद्घोष के साथ बड़ी संख्या में गणेश भक्त शोभायात्रा में सम्मिलित हुए। शोभायात्रा में महाराष्ट्र के पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाएं और पुरुष विशेष आकर्षण का केंद्र रहे, जिससे काशी का एक हिस्सा मिनी महाराष्ट्र में तब्दील हो गया।

शोभायात्रा के दौरान तासगांव, महाराष्ट्र से आए अस्सी कलाकारों की टीम ने अपनी कला का प्रदर्शन कर सभी का ध्यान आकर्षित किया। शोभायात्रा का मार्ग शेर वाली कोठी से प्रारंभ होकर चौक, बाबा काशी-विश्वनाथ धाम, बांस फाटक, गोदौलिया, गिरजाघर और लक्सा रोड होते हुए लक्ष्मी कुंड पर समाप्त हुआ। 

समिति के वरिष्ठ संरक्षक मानिक राव पाटिल, संरक्षक संतोष पाटिल, अध्यक्ष आनंद राव सूर्यवंशी, महामंत्री अन्ना मोरे और कोषाध्यक्ष हनुमान शिंदे ने समर्पित भाव से महाआरती की और गणेश जी को अगले वर्ष फिर आने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव नितिन गोकर्ण ने भी श्री गणेश जी का आशीर्वाद लिया और केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया।

इससे पहले मंगलवार रात छत्रपति शिवाजी महाराज सम्मान समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और महामंडलेश्वर कल्कि राम महाराज ने विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, डॉ. सचिन सनातनी, डॉ. श्यामिनी राणा, डॉ. सोम शंकर दुबे, प्रकाश अग्रवाल, प्रो. राम नारायण द्विवेदी और स्वामी मुक्तानंद सरस्वती को छत्रपति शिवाजी महाराज सम्मान से नवाजा गया। 

महिला मंडल की स्मिता पाटिल ने श्री गणेश जी को हल्दी-कुमकुम अर्पित कर सदा सुहागन का आशीर्वाद लिया, जबकि अन्य महिलाओं ने भी एक-दूसरे को हल्दी-कुमकुम लगाकर शुभकामनाएं दीं। इस दौरान विजय वाल्मीकि और उनकी टीम ने शंकर-पार्वती और गणेश स्वरूप की विभिन्न मुद्राओं का मंचन कर जनसमूह से खूब तालियां बटोरीं।

कार्यक्रम का संचालन चक्रवर्ती विजय नावड ने किया। इस अवसर पर मानिक राव पाटिल, संतोष पाटिल, सुहास पाटिल, अन्ना मोरे, हनुमान शिंदे, ताना जी पाटिल, चंद्रशेखर शिंदे, मूसा मुलानी सहित कई गणमान्य व्यक्ति और गणेश भक्त उपस्थित रहे।