जन्म से बहरी थी युवती, बीएचयू में डाक्टरों ने किया सफल आपरेशन, अब सुन सकेगी लक्ष्मी 
 

चंदौली निवासी युवती जन्म से ही बहरी थी। परिजनों ने कई डाक्टरों से संपर्क किया और दवाइयां चलाईं, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। बीएचयू के चिकित्सकों ने सफल आपरेशन किया। इसके बाद अब 19 वर्षीय लक्ष्मी सुन सकेगी। बीएचयू में कान, नाक, गला विभाग की ओर से नया आपरेशन किया गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड में यह पहला ऑपरेशन है।
 

वाराणसी। चंदौली निवासी युवती जन्म से ही बहरी थी। परिजनों ने कई डाक्टरों से संपर्क किया और दवाइयां चलाईं, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। बीएचयू के चिकित्सकों ने सफल आपरेशन किया। इसके बाद अब 19 वर्षीय लक्ष्मी सुन सकेगी। बीएचयू में कान, नाक, गला विभाग की ओर से नया आपरेशन किया गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड में यह पहला ऑपरेशन है। 

चंदौली के सुभाष नगर के रहने वाले दिनेश कुमार और गुंजा देवी की पुत्री लक्ष्मी (19) जन्मजात बहरी थी। उसका कान, कान की नली और बीच का भाग नहीं बना था, जिसके लिए उसके परिजनों ने बीएचयू के कान, नाक, गला विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक प्रो. राजेश कुमार से संपर्क किया। जांच के बाद पता चला कि उस बच्ची का कान का अधिकांश भाग बना ही नहीं है। इसके लिए उनको ऑपरेशन की सलाह दी गई। ऑपरेशन सफल रहा। प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार के साथ प्रो. विश्वंभर सिंह, डॉ. शिवा एस., डॉ. रामराज, डॉ. राहुल, डॉ. सृष्टि, डॉ. शिखर, डॉ. पामे के साथ ऑडियोलॉजिस्ट सुनील कुमार तथा एनेस्थीसिया से डॉ. यशपाल एवं पूरा ओटी स्टाफ शामिल रहा। 

इसमें ऑपरेशन करके Active Bone Bridge Conducting Implant लगाया गया है जो कि अंदर के कान एवं हड्डी से जोड़ दिया गया है। अब यह बच्ची आम लोगों की तरह सुन सकेगी और बोल सकेगी। इसका विकास पूर्णरूप से सामान्य तरीक़े से होगा। यह ऑपरेशन उत्तर प्रदेश एवं आसपास के राज्यों में पहली बार किया गया है। इस ऑपरेशन का आर्थिक खर्च चंदौली के विधायक सुशील सिंह और इण्डियन रेड क्रॉस सोसाइटी चंदौली CMO द्वारा मुहय्या कराया गया। प्रो. (डॉ.) राजेश कुमार ने बताया कि अब हम लोग ऐसे बच्चों, जिनका कान जन्मजात नहीं बना है या जो सुन और बोल नहीं पाते, उनका इलाज एवं ऑपरेशन नियमित रूप से कर रहे है।