Ganga Water Level: बढ़ाव पर गंगा का जलस्तर, चेतावनी बिंदु से 5 मीटर नीचे बह रहा गंगा का पानी, वरुणा के किनारे वालों को सताने लगी चिंता

 

वाराणसी। गंगा के जलस्तर में बढ़ाव पिछले 3 दिनों से लगातार जारी है। हालांकि इस बीच बढ़ाव की गति में कुछ कमी आई है। बावजूद इसके तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ की चिंता सताने लगी है। गंगा में बढ़ाव के कारण रविवार को एक बार फिर से दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के स्थल में बदलाव किया गया। 

केंद्रीय जल आयोग के रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा का जलस्तर 65.34 मीटर तक पहुंच गया है। इससे गंगा की सहायक नदी वरुणा भी अब पांव पसारने लगी हैं और वरुणा का पानी भी हिलोरे मारने लगा है। रविवार की शाम 6 बजे तक तक गंगा का जलस्तर 64.86 मीटर दर्ज किया गया था। 

वर्तमान में गंगा के जलस्तर में दो सेमी प्रति घंटे की रफ़्तार से वृद्धि हो रही है। फ़िलहाल गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से लगभग 5 मीटर नीचे है। पानी और शीतला मंदिर जाने वाले मार्ग के बीच अब केवल एक प्लेटफार्म का ही फासला बचा हुआ है। डॉ० राजेंद्र प्रसाद घाट के मुक्ताशीय मंच से जलस्तर कुछ सेंटीमीटर नीचे ही है। 

गंगा के जलस्तर के बढ़ाव के बाद हिलोरे मारते वरुणा के कारण तटीय इलाकों के लोगों की चिंता बढ़ गयी है। हालांकि जल विशेषज्ञ बाढ़ की आशंका से साफ़ इंकार कर रहे हैं। बावजूद इसके उनका कहना है कि तटीय इलाकों में गंगा और वरुणा का पानी पहुंच सकता है। वरुणा के दायरे में बनारस के कई क्षेत्र आते हैं। इनमें कोनिया, शैलपुत्री, सरैया, ढेलवरिया समेत कई क्षेत्र हैं, जहां ज़रा सा पानी बढ़ने पर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है।