वाराणसी में फिर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंचीं गंगा, हर घंटे एक सेंटीमीटर बढ़ रहा जलस्तर
 

गंगा का जलस्तर एक बार फिर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। मंगलवार की सुबह जलस्तर 68.26 मीटर रिकार्ड किया गया, जो चेतावनी बिंदु से लगभग दो मीटर नीचे है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाके में चुनौती बढ़ने लगी है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। एनडीआरएफ व जल पुलिस निगरानी कर रही है। 
 

- जलस्तर 68 मीटर से ऊपर पहुंचा, तटवर्ती इलाके में बढ़ने लगी चुनौती
- गंगा के साथ वरूणा में भी होता है उफान, उलट प्रवाह का खतरा
- जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और जल पुलिस कर रही निगरानी 

वाराणसी। गंगा का जलस्तर एक बार फिर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। मंगलवार की सुबह जलस्तर 68.26 मीटर रिकार्ड किया गया, जो चेतावनी बिंदु से लगभग दो मीटर नीचे है। गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही तटवर्ती इलाके में चुनौती बढ़ने लगी है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। एनडीआरएफ व जल पुलिस निगरानी कर रही है। 

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार की सुबह गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। पिछली बार गंगा उफान पर थीं तो घाट डूब गए। वहीं घाट किनारे स्थित मंदिर जलमग्न हो गए थे। भी पानी उतरा भी नहीं। इसी बीच गंगा का जलस्तर दोबारा तेजी से बढ़ने लगा। पिछले चार दिनों से गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। 

गंगा के जलस्तर में वृद्धि का असर वरूणा पर भी पड़ता है। वरूणा में उलट प्रवाह का खतरा बढ़ जाता है। कुछ दिनों पूर्व गंगा के साथ ही वरूणा में उफान आया था। इसके चलते किनारे रहने वाले लोग पयालन को मजबूर हो गए थे। वहीं जलस्तर घटने के साथ ही गंदगी व मच्छरों समेत तमाम तरह की चुनौतियां बढ़ गई थीं। वाराणसी में गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है।