वाराणसी में चेतावनी बिंदु से ऊपर गंगा, घाट जलमग्न, गलियों में घुसने लगा पानी
वाराणसी। इस साल मानसून सीजन में दूसरी बार गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया। बुधवार की सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 70.36 मीटर रिकॉर्ड किया गया, जो चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर से 10 सेंटीमीटर अधिक है। घाटों को डुबाता हुआ गंगा का पानी अब गलियों और सड़कों की ओर बढ़ने लगा है। ऐसे में तटवर्ती इलाकों में रहने वाले हजारों परिवारों की दुश्वारियां बढ़ने लगी हैं। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। वाराणसी में गंगा का खतरे का बिंदु 71.26 मीटर है।
बुधवार की सुबह गंगा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम जारी रहा। तीन सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। मंगलवार को जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार काफी तेज रही। 24 घंटे में लगभग दो मीटर जलस्तर बढ़ा है। ऐसे में घाट फिर जलमग्न हो गए हैं और पानी कॉलोनियों, सड़कों और गलियों की ओर बढ़ने लगा है। इस महीने गंगा में दोबारा बाढ़ से तटवर्ती इलाके के लोगों की दुश्वारियां काफी बढ़ गई हैं।
अगस्त माह के शुरुआती दिनों में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा था। गंगा खतरे के निशान को पार कर गई थीं। इससे तटवर्ती इलाकों में हाहाकार मच गया था। हजारों परिवार बेघर होकर राहत शिविरों में शरण लेने को विवश हो गए थे। कई दिनों बाद पानी कम हुआ तो लोग घरों को लौटे। बाढ़ के बाद नगर निगम प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया जा रहा था, हालांकि गंगा फिर उफान पर हैं। ऐसे में आसपास के इलाके फिर जलमग्न होने लगे हैं। इससे मुश्किलें बढ़ गई हैं।