काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास दिव्यांग व महिला चोरों का गैंग सक्रिय, पुलिस ने व्यापारियों को चेताया

 
वाराणसी। दशाश्वमेध क्षेत्र में पुलिस ने शुक्रवार को व्यापारियों के साथ बैठक का आयोजन किया, जिसमें एसीपी प्रज्ञा पाठक, थाना प्रभारी लक्सा और कार्यवाहक थानाध्यक्ष दशाश्वमेध चौकी इंचार्ज दिगंबर उपाध्याय शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य व्यापारियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना और आवश्यक दिशा-निर्देश देना था।

बैठक में पुलिस ने काशी सर्राफा मंडल के व्यापारियों को आगाह किया गया कि वे बच्चों से आभूषण न खरीदें, क्योंकि यह गैरकानूनी हो सकता है। साथ ही, दुकान के बाहर खड़ी गाड़ियों से अतिक्रमण न हो, इसके लिए निर्देश दिए गए। व्यापारियों से कहा गया कि वे अपनी दुकानों के बाहर गाड़ियां खड़ी न करें, ताकि मंदिर जाने वाले रास्ते में कोई बाधा न हो।

सुरक्षा के मद्देनजर सभी व्यापारियों को अपनी दुकानों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए। यह भी कहा गया कि इन कैमरों को 24 घंटे चालू रखा जाए, जिससे सुरक्षा को मजबूती मिले। बाहर से आए हुए दर्शनार्थियों से कीमत से ज्यादा वसूलने पर भी सख्त चेतावनी दी गई।

कर्मचारियों की पहचान आवश्यक: 

व्यापारियों से कहा गया कि वे अपने कर्मचारियों के लिए अनिवार्य रूप से आईडी कार्ड बनवाएं, ताकि बाहर से आए व्यक्ति की पहचान की जा सके। इसके अलावा, व्यापारियों को सलाह दी गई कि वे किसी भी नए कर्मचारी को काम पर रखने से पहले उसकी पुलिस वेरिफिकेशन करवाएं, ताकि अपराधी किस्म के लोगों को रोजगार न दिया जाए।

व्यापारियों की समस्याएं: 

बैठक में विनय यादव ने बताया कि गेट नंबर 2 के आसपास दलालों की संख्या में वृद्धि हो गई है, जिससे व्यापारियों की छवि पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। इसके अलावा, शापुरी मॉल के बंद होने के कारण पार्किंग की समस्या बढ़ गई है, जिससे व्यापारियों और अधिकारियों दोनों को वाहन खड़ा करने में मुश्किलें हो रही हैं।

चोरी और जेबकतरी की समस्या: 

छोटे बच्चों के समूहों द्वारा जेबकतरी की घटनाओं पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही, दिव्यांग छोटे बच्चों और महिलाओं के समूह द्वारा चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी पर भी चिंता जताई गई। पुलिस ने व्यापारियों से सतर्क रहने और इन घटनाओं की सूचना तुरंत देने की अपील की।