वाराणसी में बिछ रहा फ्लाईओवर, आरओबी व सेतु का जाल, मिल रहा ट्रैफिक जाम से निजात

योगी सरकार प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को लेकर काफ़ी गंभीर है। साढ़े 9 साल में बनारस में सड़कों का जाल फैल गया। सड़कों का चौड़ीकरण, नदियों पर सेतु,फ्लाईओवर, आरओबी का निर्माण यातायात को सुगम बना रहा है। काशी में एक कोने से दूसरे कोने आना जाना आसान हो गया है। लहरतारा -फुलवरिया मार्ग का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 व 18 दिसंबर को काशी के प्रस्तावित दौरे में संभावित है। ये मार्ग वाराणसी में यातायात के लिए वरदान साबित हो रहा है। 
 

- वाराणसी के एक कोने से दूसरे कोने तक जाने में नहीं बर्बाद होगा समय

- प्रयागराज, रोहनियां की तरफ से आने वाले ट्रैफिक को शहर के अंदर नहीं आना होगा 

- लंका, बीएचयू, बीएलडब्लू और आसपास के ग्रामीण इलाके के लोगों का भी जिला मुख्यालय, शिवपुर ,एयरपोर्ट,सारनाथ जाना हुआ आसान 

- लहरतारा -फुलवरिया मार्ग बनकर तैयार, प्रधानमंत्री के 17 व 18 दिसंबर को काशी का दौरा प्रस्तावित, कर सकते हैं उद्घाटन 

वाराणसी। योगी सरकार प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को लेकर काफ़ी गंभीर है। साढ़े 9 साल में बनारस में सड़कों का जाल फैल गया। सड़कों का चौड़ीकरण, नदियों पर सेतु,फ्लाईओवर, आरओबी का निर्माण यातायात को सुगम बना रहा है। काशी में एक कोने से दूसरे कोने आना जाना आसान हो गया है। लहरतारा -फुलवरिया मार्ग का औपचारिक उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 17 व 18 दिसंबर को काशी के प्रस्तावित दौरे में संभावित है। यह मार्ग वाराणसी में यातायात के लिए वरदान साबित हो रहा है। 

जीटी रोड बौलिया लहरतारा से फुलवरिया जेपी मेहता इंटर कॉलेज से वाया सेंट्रल जेल रोड मार्ग वाया शिवपुर चुंगी मार्ग पर दो रेलवे ओवरब्रिज और वरुणा नदी पर बना सेतु वाराणसी के यातायात के लिए संजीवनी सा साबित हो रहा है। लहरतारा कबीर प्राकट्य स्थल के निकट से शुरू होने वाला रेलवे ओवर ब्रिज गेट नंबर 4 स्पेशल रेलवे क्रासिंग पार कर फुलवरिया क्षेत्र में पहुंचा देता है। पुल से उतरते ही पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए फोरलेन पर कुछ देर चलने के बाद दूसरा रेलवे ओवरब्रिज़ गेट न. 5 सी.रेलवे क्रॉसिंग को पार करा रहा है। कुछ दूरी पर वरुणा नदी के किनारे इमलिया घाट है। वरुणा नदी पर बना पुल नदी को पार करा सेंट्रल जेल रोड तक ले जाता है। आमजन के  सहूलियत के लिए लहरतारा फुलवारिया मार्ग के लिए सेना ने भी अपनी ज़मीन दी है।


वाराणसी के यातायात के लिए लगभग 7.069 किलोमीटर  का ये मार्ग काफी महत्पूर्ण हो गया है। प्रयागराज, रोहनियां की तरफ़ से आने वाले ट्रैफ़िक को शहर के अंदर नहीं जाना पड़ रहा है। लंका,बीएचयू ,बीएलडब्ल्यू,रामनगर और आसपास के ग्रामीण इलाके के लोगों को भी जिला मुख्यालय, शिवपुर, एयरपोर्ट, सारनाथ जैसे जगहों तक पहुंचने में जाम का झाम नहीं लग रहा। 

यू.पी. राज्य सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक एस के निरंजन ने बताया कि इस मार्ग की ख़ास बात ये भी है कि इस पर जाने के लिए बौलिया से चलने पर डबल लेन है, जो एकल मार्ग (वनवे) भी है। वहीं लहरतारा की तरफ़ से पुल पर आने-जाने दोनों तरफ का रास्ता है। फुलवरिया की तरफ से आने पर रेलवे क्रासिंग पार करते ही पड़ने वाले क्षेत्र अमला नगर में जनता की सहूलियत के लिए गेट नंबर 4 स्पेशल एकल मार्ग से पुल से उतरना होगा, जिससे कैण्ट स्टेशन, रोडवेज की तरफ व बौलिया होते हुए रोहनियां और प्रयागराज की तरफ भी जाया जा सकता है।  जनता के सहूलियत के लिए इस मार्ग पर आवागमन चालू है।