जिला अस्पताल में डॉक्टर्स व तीमारदार के बीच मारपीट, एक घंटे ओपीडी सेवा रही ठप, मौके पर पहुंची पुलिस, फिर...
जानकारी के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती एवं उनके तीमारदारों ने बताया कि सुबह डॉक्टर अस्पताल का राउंड कर रहे थे। कुछ देर बाद बेड नंबर 46 पर भर्ती बुजुर्ग महिला मुखानी देवी का पुत्र राम दुलारे पहुंचा और डॉक्टर से बात करने का प्रयास किया। डॉक्टर द्वारा संतोषजनक जवाब न दिए जाने एवं अपनी मां के इलाज से संतुष्ट न होने पर राम दुलारे ने नर्सिंग स्टाफ से अपनी मां की फाइल मांगी।
जिस पर मेडिकल स्टाफ और तिमारदार के बीच कहासुनी होने लगी। तीमारदारों ने आरोप लगाया कि इस दौरान डॉक्टर ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। प्रत्यक्षदर्शियो के मुताबिक, डॉक्टर्स और कर्मियों ने तिमारदार को कमरे मे बंद कर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। जो कि अस्पताल के सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है।
1 घंटे बाद ओपीडी सेवा हुई बहाल
अस्पताल में डॉक्टर और परिजन के बीच मारपीट और हंगामा होते देख किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। गुस्साए डॉक्टर्स ने ओपीडी सेवाएं ठप कर दी। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी। सूचना पर पहुंचे एसीपी कैंट विदुष सक्सेना ने कैंट और शिवपुर थानों की फोर्स बुला ली और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। जिसके 1 घंटे बाद 10 बजे ओपीडी सेवा बहाल हुई।
क्या बोले जिम्मेदार
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर दिग्विजय सिंह ने बताया की सर्जिकल वार्ड के बेड नंबर 46 पर मुखानी देवी नामक महिला पैर फ्रैक्चर होने की वजह से 8 दिनों से भर्ती है। मरीज के पुत्र ने शराब पी रखी थी और डॉक्टर से दुर्व्यवहार तथा गाली-गलौज कर रहे थे। जिसकी सूचना डॉक्टर ने पुलिस को दी। इसी बीच डॉक्टर एवं तिमारदार के बीच मारपीट शुरू हो गई। सूचना पर पहुंची कैंट पुलिस ने मामला शांत कराया।
प्रभारी निरीक्षक थाना कैंट अजय राज वर्मा ने बताया कि अस्पताल में हंगामा और मारपीट की सूचना मिली थी। मामले की जांच की जा रही है, तिमरदार राम दुलारे को चिकित्सकीय परीक्षण हेतू श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल भेज दिया गया है, तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।