बीएचयू ट्रामा सेंटर में मरीज की पट्टी बांधते व एक्स-रे देखने पर युवक को समझ लिया फर्जी डाक्टर, किया पुलिस के हवाले
वाराणसी। बीएचयू ट्रामा सेंटर में एक मरीज की खुली पट्टी बांधते और उसका एक्स-रे देखते युवक को सिक्योरिटी गार्ड ने फर्जी डाक्टर समझ लिया। उसे पकड़कर सिक्योरिटी रूम में बैठा दिया। इसके बाद घंटों पूछताछ की गई। युवक अपनी सफाई देता रहा, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उसकी एक न सुनी और पुलिस बुलाकर उसके हवाले कर दिया। पुलिस ने इसकी जांच की तो सच्चाई सामने आ गई। फर्जी डाक्टर की सूचना ही फर्जी निकली।
गोदौलिया स्थित शास्त्रार्थ महाविद्यालय में पढाई करने वाला सुमित तिवारी अपने दोस्त अनूप मिश्रा के चाचा को ट्रामा सेंटर में देखने गया था। एक मरीज की पट्टी खुल गई। इस पर महिला अटेंडेंट के कहने पर वह मरीज की पट्टी बांधने लगा। वहीं उसका एक्स-रे उठाकर देख रहा था। इसी दौरान सिक्योरिटी गार्ड की नजर उस पर पड़ी तो उसने सुमित को फर्जी डाक्टर समझ लिया। गार्ड ने हंगामा मचा दिया और सुमित को सिक्योरिटी रुम में बंद कर दिया गया। सुमित ने रोते हुए बताया, गार्ड ने काफी डांट लगाई, धमकाया और कहा कि जांच के बाद पुलिस के हवाले कर देंगे। काफी देर तक मुझे सिक्योरिटी रूम में बिठाकर रखा और पूछताछ करते रहे, जैसे कि कोई पेशेवर अपराधी हो। सुमित बार-बार अपनी सफाई देता रहा लेकिन गार्ड्स ने एक भी नहीं सुनी और अपनी ही बात पर अड़ा रहा। बाद में सिक्योरिटी गार्ड्स ने युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने मामले की पूरी तरह से जांच की और मौके पर आरोपी को लेकर गए।
पूजा पाठ करने वाले युवक ने बताया कि पुलिस मुझे उसी वार्ड में लेकर गई, जहां पर ये मामला हुआ था। वहां सभी अटेंडेंट से पूछताछ की गई। जिस अटेडेंट के कहने पर मैंने पट्टी बांधी थी, उससे भी पुलिस ने बात की। महिला ने बताया कि हां मेरे कहने पर ही इसने पट्टी बांधी थी। इसके बाद पुलिस उसे लेकर दोस्त के चाचा के पास पहुंची। वहां भी पूछताछ की गई। सभी तरह से आश्वस्त होने के बाद पुलिस युवक को लेकर फिर से थाने पहुंची।