BHU-IIT में डॉ० किरण बेदी ने छात्रों को किया संबोधित, कहा - अगर आप ईमानदारी बोओगे तो विश्वास जीतोगे

 
वाराणसी। देश की पहली आईपीएस एवं पुंडुचेरी की पूर्व उप राज्यपाल डॉ. किरण बेदी ने कहा कि अगर आप ईमानदारी बोओगे, तो आप विश्वासस जीतोगे। मैं आपके सेल्फ इंडक्शन के लिए आई हूं। प्रोफेशन इंडक्शन आप क्लास में सीखोगे। स्वार्थी बनोगे तो अकेले हो जाओगे। ईर्ष्या करोगे तो अपने आपको नुकसान करोगे। किसी का बुरा सोचोगे, सब तुम्हारा साथ छोड़ देंगे। अगर आप अपराध करोगे, अंदर ग्लानि का भाव आएगा। वह आईआईटी (बीएचयू) में शनिवार को इंडक्शन और ओरिएंटेशन कार्यक्रम के भव्य समापन समारोह की मुख्य अतिथि थीं।

उन्होंने कहा कि आप काफी कीमत चुका और तपस्या करके यहां तक आए हो। समय, लगन, मेहनत आपने दी। आपके अभिभावकों ने आपको यहां तक पहुंचाने में भारी कीमत चुकाई है। अपनी जिंदगी का शुरूआत कृतज्ञता से करो। सुबह अपने माता-पिता, परिवार, बैंक, अपने देश का धन्यवाद दो। अगर आप धन्यवाद देना सीख जाओगे तो सफल होना सीख जाओगे। उन्होंने कहा कि आपने कुर्बानी दी। आपने सबसे कठिन रास्ता इंजीनियरिंग चुना है। आपने फोकस करना सीख लिया है, क्योंकि तुम्हें एग्जाम में पास होना था। किस्मत भी कैसे साथ देती है, ये भी आपने सीख लिया। एक अहम् बात। आप सभी यूजपेपर पढ़ने की आदत डालो। एक नेशनल न्यूजपेपर और एक बिजनेस न्यूजपेपर जरूर पढ़ो। आपको जानना चाहिए कि देश और दुनियां में क्या हो रहा है। आपको करेंट अफेयर्स और संपादकीय भाग को जरूर पढ़ना चाहिए। आप यहां क्रियेशन के लिए आए हो।

उन्होंने कहा कि मैंने अपने आपसे पूछा था कि मैं आईपीएस क्यों बनने जा रही हूं। न मुझे तनख्वाह का पता था। न मुझे गाड़ी का पता था। न मुझे कुछ और पता था। मुझे सिर्फ इतना पता था कि मैं दूसरे के काम आउंगी। काम आना अपने चरित्र का हिस्सा बन गया है। आज आपके काम आ रही हूं। आपको सॉल्यूशन प्रोवाइडर बनना है। आपको अपने आप में क्रियेट करना है। योर इडक्शन इज योर विजन। च्वाईस आपके हाथ में हैं। उन्होंने कहा कि सब्जेक्ट की इंडक्शन हो गई। इंफ्रास्ट्रक्चर से इंडक्शन हो गई, लेकिन अब अपने आप से इंडक्शन करो कि जो मैं मिस कर गया, एक अच्छा इंसान बनने का, रिलेशनशिप बनाने का, बड़ों की कद्र करने का, एक-दूसरे के काम आने का, अच्छे नागरिक बनने का, अच्छा इंसान बनने का, वो मैं कर सकता हूं।

अध्यक्षता करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो. अमित पात्रा ने सभी छात्रों को नई शुरूआत करने की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि आत्मचिंतन करें। साहित्य, कला, खेल और सभी तथाकथित पाठ्येतर गतिविधियों में खुद को समृद्ध करें। बेशक अध्ययन को केंद्र में रखें। मुझे यकीन है कि आप सभी सच्ची भावना में अपने अपने क्षेत्रों में लीडर बनेंगे। धन्यवाद स्टूडेंट काउंसिल सर्विस के फैकल्टी इंचार्ज एवं केमेस्ट्री विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. वी. रामनाथन ने दिया। इसके पूर्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित ओरिगेमी कलाकार शिवकुमार ने ओरिगेमी वर्कशॉप का आयोजन किया। उन्होंने छात्रों को कागज से विभिन्न कलाकारी करने के तरीके बताए। तत्पश्चात अलुमनाई पैनल डिस्कशन का आयोजन हुआ। इसमें आर्यरूप पॉल, गौरव पुंदीर, मयुर धुरपटे आदि ने अपने पढ़ाई के दौरान हुए अनुभवों को नए छात्रों से साझा किया।