मंडलायुक्त ने रोपवे परियोजना का किया निरीक्षण, काम की धीमी रफ्तार पर जताई नाराजगी, दिए निर्देश 

मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने बहुप्रतीक्षित रोपवे परियोजना का रविवार को निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कैंट, विद्यापीठ, रथयात्रा, गोदौलिया (जीजी) और जीसी स्टेशनों पर जाकर वहां की स्थिति देखी। इस दौरान जीसी स्टेशन का निर्माण कार्य धीमा होने पर नाराजगी जताई। मंडलायुक्त ने तय समयसीमा के अंदर काम पूरा करने के निर्देश दिए। 
 

वारणसी। मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने बहुप्रतीक्षित रोपवे परियोजना का रविवार को निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कैंट, विद्यापीठ, रथयात्रा, गोदौलिया (जीजी) और जीसी स्टेशनों पर जाकर वहां की स्थिति देखी। इस दौरान जीसी स्टेशन का निर्माण कार्य धीमा होने पर नाराजगी जताई। मंडलायुक्त ने तय समयसीमा के अंदर काम पूरा करने के निर्देश दिए। 

मंडलायुक्त ने कैंट स्टेशन पर चल रहे अग्रभाग और आंतरिक परिष्करण कार्य को सितंबर अंत तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर प्रतिदिन हाउसकीपिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि सुरक्षा बनी रहे। इसके अलावा रेलवे विभाग और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के संयुक्त निरीक्षण के साथ यातायात संचलन योजना तैयार करने पर बल दिया।

दोनों स्टेशनों पर शेष निर्माण कार्यों को सितंबर अंत तक पूरा करने की समय-सीमा तय की गई। मंडलायुक्त ने पीडब्ल्यूडी और यातायात विभाग के साथ बैठक कर यातायात संचलन योजना तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया। गोदौलिया पर गिरिजा घर की संरचना स्थापना कार्य के लिए 28 अगस्त से 15 दिनों तक रात 9 बजे से सुबह 9 बजे तक शिफ्टवार रोड ब्लॉक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि इस अवधि में सभी निर्माण कार्य पूरे किए जाएं, ताकि आगे की प्रक्रिया समय से आगे बढ़ सके।

यहां पाइल कार्य की धीमी प्रगति पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जताई और अधिकारियों को तेजी से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने साप्ताहिक कार्य सूची बनाकर उसका व्यक्तिगत निरीक्षण करने का निर्णय लिया, जिससे कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूरा हो सके।

परियोजना की समय-सीमा
खंड 1 (वाराणसी कैंट - वीसी): 30 सितंबर 2025 तक, खंड 2 (गोदौलिया व जीसी): 12 दिसंबर 2025 तक तक काम पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। निरीक्षण के दौरान परियोजना निदेशक एनएचएलएमएल पूजा मिश्रा, स्वतंत्र इंजीनियर जुआन एडुआर्डो, अर्दानुय से सौरभ चौबे, रियायतग्राही विश्व समुद्र से शांतनु मित्रा और शंभू चौधरी मौजूद रहे।