मंडलायुक्त ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का लिया जायजा, राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी तरीके से लागू करने के दिए निर्देश
वाराणसी। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर वाराणसी में खतरे के निशान को पार कर चुका है। इसके जल्द ही अधिकतम जलस्तर बिंदु को छूने की आशंका है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है। मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने रविवार की शाम मोटर बोट पर सवार होकर गंगा में भ्रमण किया। इस दौरान बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों को प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए। ताकि बाढ़ पीड़ितों को राहत मिल सके।
मंडलायुक्त ने रविदास पार्क से अस्सी घाट होते हुए ललिता घाट नेपाली मंदिर तक नाव से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ बाढ़ से निपटने की तैयारियों, त्वरित बचाव कार्यों और राहत वितरण व्यवस्था की गहन समीक्षा की। साथ ही, आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए समन्वित रणनीति तैयार करने पर विचार-विमर्श किया।
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति बाढ़ के पानी में फंसे नहीं। प्रभावित परिवारों को तत्काल बाढ़ राहत किट वितरित की जाए। इसके अलावा, पशुओं की सुरक्षा के लिए उन्हें समय रहते सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए गए।
मंडलायुक्त ने बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे लोगों को सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने और प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए अधिकारियों को तत्पर रहने को कहा। साथ ही, नगर निगम को स्वच्छता और उचित सेनिटेशन बनाए रखने के लिए निरंतर अभियान चलाने के निर्देश दिए। निरीक्षण में एसडीएम सदर अमित कुमार, एसडीएम शम्भु कुमार, एनडीआरएफ, जल पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।