काशी कोतवाल कालभैरव का भव्य अन्नकूट श्रृंगार, दर्शन-पूजन को उमड़े भक्त 

काशी कोतवाल कालभैरव का बुधवार को अन्नकूट श्रृंगार किया गया। इस दौरान बाबा को पवित्र गंगा जल से स्नान कराकर नूतन वस्त्र धारण कराने के साथ रजत मुखौटा पहनाया गया। वहीं बाबा को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। बाबा के दर्शन-पूजन को भक्तों की भीड़ उमड़ी। 
 

वाराणसी। काशी कोतवाल कालभैरव का बुधवार को अन्नकूट श्रृंगार किया गया। इस दौरान बाबा को पवित्र गंगा जल से स्नान कराकर नूतन वस्त्र धारण कराने के साथ रजत मुखौटा पहनाया गया। वहीं बाबा को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। बाबा के दर्शन-पूजन को भक्तों की भीड़ उमड़ी। 

56 प्रकार के पकवानों का भोग
अन्नकूट श्रृंगार के विशेष अवसर पर बाबा को 56 प्रकार के पकवानों और मिष्ठान का भोग चढ़ाया गया। इसमें तरह-तरह की मिठाइयां, पकवान और फल आदि बाबा को अर्पित किए गए। व्यंजनों को श्रद्धालुओं ने भी प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। यह आयोजन भक्तों के लिए एक दिव्य अनुभव साबित हुआ।

 

मंदिर की भव्य सजावट 
मंदिर प्रांगण को इस अवसर पर अनेकों मालाओं, फूलों और विद्युत झालरों से सजाया गया, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय और अद्भुत नजर आया। दूर-दूर से आए भक्तों ने बाबा के जयकारों के बीच अपने परिवार की सुख-समृद्धि और कष्टों के निवारण की कामना की। कालभैरव मंदिर के महंत दीपक दुबे ने बताया कि काशी के सभी मंदिरों में दीपावली के बाद अन्नकूट का आयोजन होता है। हालांकि कालभैरव मंदिर में 25 दिसंबर को अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। बाबा को 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए। वहीं बाबा की प्रतिमा और मंदिर का भव्य श्रृंगार किया गया। महंत ने भक्तों को आशीर्वाद दिया। 

 

भोर से ही मंदिर प्रांगण में भक्तों का तांता लगा रहा। बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष सुरक्षा प्रबंध किए थे। पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ भक्तों को क्रमबद्ध तरीके से दर्शन कराया गया। पूरे आयोजन में अनुशासन और श्रद्धा का अद्वितीय संगम देखने को मिला।

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