महाकुंभ के बाद काशी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब, 10 लाख आस्थावान पहुंचे बनारस, भीड़ कंट्रोल पुलिस के लिए बनी चुनौती, घाटों और सड़कों पर तिल भर जगह नहीं
शहर में भारी वाहनों की नो एंट्री
प्रशासन ने शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। बाहरी इलाकों से आने वाले वाहनों को शहर से बाहर रोक दिया जा रहा है ताकि काशी के भीतर जाम की समस्या को कम किया जा सके। हालांकि, वाहनों को शहर के बाहर रोकने के कारण बाईपास और हाईवे पर भी जाम की स्थिति बन रही है।
रूट डायवर्जन से ट्रैफिक व्यवस्था हुई कंट्रोल
भीड़ प्रबंधन और जाम की समस्या को नियंत्रित करने के लिए रूट डायवर्जन लागू किया गया है। लंका क्षेत्र में पुलिस ने कई सड़कों को वन-वे कर दिया है ताकि वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और प्रमुख चौराहों पर तैनात है।
लंका इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा के अनुसार, पुलिस उच्च अधिकारियों के निर्देशों का पालन करते हुए जाम को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह सक्रिय है। लंका चौराहे, बीएचयू, सामने घाट और भगवानपुर से आने वाले वाहनों को नरिया और अन्य वैकल्पिक मार्गों की ओर मोड़ा जा रहा है। सुंदरपुर और नरिया से आने वाले वाहनों को बीएचयू के अंदर और सामने घाट की तरफ डायवर्ट किया जा रहा है।
एम्बुलेंस और मरीजों के लिए विशेष व्यवस्था
प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि एंबुलेंस और मरीजों के वाहनों को जाम में न फंसना पड़े। इन्हें प्राथमिकता के आधार पर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि मरीजों की सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए उनके वाहनों को तुरंत मार्ग दिया जा रहा है।
घाटों और मंदिरों पर उमड़ी अप्रत्याशित भीड़
काशी में तीनों लोकों से न्यारी बाबा विश्वनाथ की नगरी में श्रद्धालु भारी संख्या में खिंचे चले आ रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ के बाद गंगा घाटों पर स्नान कर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करना श्रद्धालुओं की पहली प्राथमिकता बनी हुई है। यहां हर क्षण को लोग अपने कैमरों और मोबाइल में कैद करते नजर आ रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें काशी की भयावहता देखते ही बन रही है।
श्रद्धालु न केवल धार्मिक स्थलों पर जा रहे हैं बल्कि काशी की प्रसिद्ध मिठाइयों और स्थानीय व्यंजनों का भी स्वाद ले रहे हैं। यहां की मशहूर चीजें जैसे कचौड़ी, चाट, और ठंडई का आनंद लेते हुए श्रद्धालु काशी की संस्कृति में पूरी तरह डूबते दिख रहे हैं।
पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी
शहर में बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस विभाग ने एटीएस, ट्रैफिक पुलिस और एलआईयू टीमों को सक्रिय कर दिया है। पुलिस लगातार चक्रमण कर रही है और हर गतिविधि पर पैनी नजर रख रही है।