विकास प्राधिकरण और आईआईटी बीएचयू अस्सी नदी को पुनर्जीवित करने का बनाएंगे प्लान, डिजाइन और डीपीआर पर हुई चर्चा
वाराणसी। विकास प्राधिकरण (वीडीए) और आईआईटी बीएचयू के संयुक्त प्रयासों से अस्सी नदी के जीर्णोद्धार परियोजना पर कार्य तेज गति से जारी है। परियोजना के ड्राइंग, डिजाइन और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की समीक्षा बैठक विकास प्राधिकरण में सम्पन्न हुई।
परियोजना की प्रगति और प्रबंधन:
उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के निर्देशन में अस्सी नदी जीर्णोद्धार के लिए आईआईटी बीएचयू के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया गया है। परियोजना के सुचारू क्रियान्वयन और बेहतर समन्वय के लिए डॉ. गुडाकेश शर्मा, अपर सचिव, वाराणसी विकास प्राधिकरण को मुख्य परियोजना नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
पर्यवेक्षणीय समिति का गठन:
परियोजना के सतत् पर्यवेक्षण और सफल क्रियान्वयन के लिए एक समिति गठित की गई है, जिसमें डॉ. गुडाकेश शर्मा (अपर सचिव), अजय पवार (अधीक्षण अभियंता), अरविंद शर्मा (अधिशासी अभियंता), प्रभात कुमार (नगर नियोजक) और अमन साहू (आर्किटेक्ट प्लानर) सदस्य हैं। सहायक अभियंता शिवाजी मिश्रा को सदस्य संयोजक नामित किया गया है, जबकि एमएल कंसल्टिंग टीम को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में जोड़ा गया है।
समिति ने एमओयू के तहत निर्धारित टाइमलाइन के आधार पर परियोजना की प्रगति का आकलन किया। यह पाया गया कि अंतरिम रिपोर्ट नवंबर 2024 में उपलब्ध कराई जानी थी, जिसे आईआईटी बीएचयू द्वारा शीघ्र प्राधिकरण को सौंपा जाएगा। पाक्षिक समीक्षा बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया ताकि परियोजना की प्रगति सुनिश्चित की जा सके और किसी भी बाधा को समय रहते सुलझाया जा सके।
अस्सी नदी पुनर्जीवन परियोजना वाराणसी की स्वच्छता और पर्यावरणीय समृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह बैठक परियोजना की दिशा में समर्पित प्रयासों का प्रमाण है। टाइमलाइन के अनुरूप परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए हर स्तर पर प्रतिबद्धता दिखाई गई।