देव दीपावली : दीपों के दिव्य आलोक से नहाया गंगा का किनारा, अस्सी से तुलसी घाट तक अद्भुत नजारा  

देव दीपावली के पावन अवसर पर बुधवार की शाम काशी के घाटों पर दिव्यता और भव्यता का संगम देखने को मिला। अस्सी घाट से लेकर तुलसी घाट तक कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता से घाटों को सजा दिया। दीपों की रोशनी और रंगोली की आकृतियों ने ऐसा मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया कि हर कोई उसे अपने कैमरे में कैद करने को आतुर दिखा।
 

वाराणसी। देव दीपावली के पावन अवसर पर बुधवार की शाम काशी के घाटों पर दिव्यता और भव्यता का संगम देखने को मिला। अस्सी घाट से लेकर तुलसी घाट तक कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता से घाटों को सजा दिया। दीपों की रोशनी और रंगोली की आकृतियों ने ऐसा मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया कि हर कोई उसे अपने कैमरे में कैद करने को आतुर दिखा।

इस बार देव दीपावली पर क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली महिला टीम को समर्पित सुंदर रंगोली ने लोगों को आकर्षित किया। कलाकारों ने दीपों और रंगों की सहायता से महिला विश्व कप विजय की आकर्षक आकृति बनाई, जो श्रद्धालुओं और दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। इसके साथ ही घाटों पर बाबा विश्वनाथ, भोलेनाथ, भगवान श्रीकृष्ण और ओम, स्वस्तिक की आकृतियां भी बनाई गईं, जिनके चारों ओर दीपों से सुंदर सजावट की गई।

जैसे ही शाम ढली और दीप प्रज्ज्वलन का शुभारंभ हुआ, गंगा किनारे का हर घाट रोशनी से जगमगा उठा। हर ओर से “हर हर महादेव” और “गंगा मैया की जय” के जयघोष गूंजने लगे। भक्तों और पर्यटकों ने घाटों की इस अलौकिक शोभा का आनंद लिया और यादगार पल कैमरों में कैद किए। दूर-दूर से आए श्रद्धालु इन आकृतियों और दीप सज्जा को देखकर मंत्रमुग्ध रह गए। कई जगहों पर स्वयंसेवी संस्थाओं और कलाकारों ने पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता का संदेश भी दीपों और रंगोलियों के माध्यम से दिया।

देव दीपावली पर काशी का हर घाट आज अपनी अद्वितीय कला, संस्कृति और भक्ति की आभा से जगमगा उठा। अस्सी घाट से लेकर पड़ाव घाट तक फैली यह प्रकाश, कला और आस्था की अनोखी श्रृंखला भक्तों के मन को भक्ति भाव से भर रही थी।

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