काशी में फाल्ट के बावजूद अब नहीं कटेगी बिजली, लागू होने जा रही नई व्यवस्था 

फाल्ट होने के बावजूद काशी में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी। स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्यूजिशन) की डीपीआर को मंजूरी मिल गई है। शहर में इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस पर 313 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लागू होने के बाद मुंबई की तर्ज पर गड़बड़ी के बावजूद बिजली नहीं कटेगी। 
 

वाराणसी। फाल्ट होने के बावजूद काशी (Kashi) में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होगी। स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डेटा एक्यूजिशन) की डीपीआर को मंजूरी मिल गई है। शहर में इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस पर 313 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लागू होने के बाद मुंबई (Mumbai) की तर्ज पर गड़बड़ी के बावजूद बिजली नहीं कटेगी। 

 

स्काडा (Scada) के तहत बिजली आपूर्ति की निगरानी होगी। इसमें एक जगह फाल्ट होते ही दूसरी सर्किट से बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी। मुख्य अभियंता नियोजन चंद्रजीत ने बताया कि डीपीआर (DPR) को मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पिछले महीने बिजली विभाग के कर्मचारियों को मुंबई भेजकर स्काडा का प्रशिक्षण दिलाया गया था। 

 

10 मई को इसे लागू करने के लिए कार्यदायी संस्था को जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्काडा सिस्टम की निगरानी कर रहे व्यक्ति को लगातार फीडरवार बिजली आपूर्ति की जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि लोड बढ़ने या घटने की जानकारी मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। इससे बिजली के बड़े फाल्ट होने से बचाया जा सकेगा। 

 

 

नई व्यवस्था लागू करने के लिए उपकेंद्र, फीडर, लाइन उपभोक्ता की ओर से खर्च की जा रही बिजली के सही खर्च का ब्योरा भी मिलेगा। इसे लागू करने से पहले ओवरलोड उपकेंद्रों, ट्रांसफार्मरों और तारों को अंडरलोड करना होगा। विभाग का दावा है कि 70 फीसद काम कर लिया गया है। शेष कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।