श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन महंगा, अब 500 में मिलेगा मंगला आरती का टिकट
वाराणसी। Shri Kashi Vishwanath Dham में सुलभ दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अब जेब ढीली करनी पड़ेगी। Mangala Aarti, Bhog Aarti आदि के टिकट के दाम में वृद्धि करते हुए 500 और 300 कर दिया गया है। मंडलायुक्त सभागार में हुई मंदिर की 104वीं बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। श्री काशी विश्वनाथ धाम का अपना सांस्कृतिक कैलेंडर निकालने का निर्णय लिया गया। वहीं दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मैदागिन से गोदौलिया तक ई-रिक्शा चलाने पर विचार किया गया।
मंदिर न्यास के सदस्यों ने दर्शनार्थियों का मुद्दा उठाया। कहा कि मैदागिन और गोदौलिया पर वाहनों को रोक दिए जाने से दर्शनार्थियों को मंदिर तक पहुंचने में घोर असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन की ओर से दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए पहल की जाए। अधिकारियों ने इसकी फीजिबिलिटी चेक करा कर नगर निगम या यातायात विभाग से यह कार्य कराने में सहयोग करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूरे वर्ष के लिए धार्मिक और सांकृतिक आयोजन किए जाने हेतु कैलेंडर तैयार करने के लिए गठित कमेटी के समन्वय से बनाये जाने हेतु निर्णय लिया गया। एक आंतरिक संमिति का गठन कर ट्रस्ट की डायरी मार्च माह में छपवाने का निर्णय लिया गया। मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए टिकट के दामों में भी बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। मंगला आरती का टिकट 350 से 500 रुपये और सप्त ऋषि आरती, श्रृंगार भोग आरती, मध्याह्न भोग आरती का टिकट 180 की बजाय 300 करने का निर्णय लिया गया।
बोर्ड ने विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से काशी हिंदू विश्वविद्यालय व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर के समस्त पाठ्यक्रम में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र एवं छात्राओं को 10 हजार रुपये वार्षिक छात्रवृत्ति देने का निर्णय लिया। सफ़ाई कर्मियों समेत अन्य कार्मिकों का महंगाई भत्ता बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर लगी। सभी प्रकार के कर्मचारियों, अर्चकों की सेवा नियमावली को अंतिम रूप देने हेतु इसके लिये गठित समिति को एक माह का समय दिया गया। केनरा बैंक से सीएसआर से प्राप्त फंड से मंदिर चौक पर प्री-फ़ैब्रिकेटेड कवरिंग शेड लगाये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया। मंदिर के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे ने कहा कि मंदिर की गरिमा और व्यवस्था सुधारने में मंदिर के अधिकारियों के साथ-साथ ट्रस्ट के सदस्यों की भी जिम्मेदारी है। इसलिए हम सभी लोग मिलकर मंदिर की गरिमा के अनुरूप व्यवस्थाओं को करने में सहयोग करें। मंदिर में एकरूपता लाने के लिए पुजारियों, अर्चकों हेतु ड्रेस कोड निर्धारित कर दो सेट ट्रस्ट की ओर से उनको दिए जाएं।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी Sunil Kumar Verma ने वर्ष 2022 230 के लिए कुल 105 करोड़ की आए और 40 करोड़ के खर्च का लक्ष्य रखा। सभी ट्रस्टी ने हाल में मंदिर परिसर में की गई वास्तु पूजा और देव गैलरी निर्माण में पूजा कराने वाले विद्वानों और निर्माण कार्य मे सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। अंत में मंदिर न्यास के सदस्य प्रोफेसर ब्रजभूषण ओझा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडेय ने मंडलायुक्त के रूप में कौशलराज शर्मा को प्रथम बोर्ड बैठक में अंग्वास्त्रम एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. सुनील वर्मा ने बोर्ड के सदस्यों को अंग्वास्त्रम एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस दौरान ज़िलाधिकारी एस राजलिंगम, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति, मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. सुनील ,वर्मा मंदिर के ट्रस्टी चंद्रमौली उपाध्याय, पंडित दीपक प्रसाद मालवीय, पंडित प्रसाद दीक्षित, वेंकट रमन, प्रोफ़ेसर बृजभूषण ओझा उपस्थित रहे।