बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात ने काशी में बढ़ाई ठंड, तापमान में हुई गिरावट

 
वाराणसी। बनारस के साथ पूर्वांचल के आसपास के जिलों में सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं। जो लोगों को ठंड का एहसास दिला रहे हैं। बता दे कि बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर काशी सहित अन्य जिलों में भी दिखाई दे रहा है। गुलाबी ठंड का आनंद लेने के लिए घाटों पर पर्यटकों भीड़ दिखाई देने लगी है। तो वहीं ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों का भी सहारा ले रहे हैं। तेजी से बदले मौसम के कारण अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। जिसके कारण लोगों के शरीर पर गर्म कपड़े दिखाई देने लगे हैं। लोग जब घरों से बाहर बाजारों में निकल रहे हैं तो ठंड से बचते दिख रहे हैं। 
बीएचयू के मौसम विशेषज्ञ मनोज कुमार श्रीवास्तव की माने तो आगामी कुछ दिनों तक मौसम इसी तरह बना रहेगा और हल्की-फुल्की बारिश की संभावना भी बनी हुई है। वाराणसी में आज न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि चक्रवाती तूफान का असर दो दिनों तक वाराणसी और आसपास के इलाकों में रहेगा। बादल छाए रहने के साथ ही तापमान में भी गिरावट रहेगी। इसके साथ ठंड हवाएं चलेंगी। में ठंड हवाओं से बचाने के लिए गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए।
ठंड मौसम की वजह से ही पूरे दिन पर्यटकों की भीड़ वाराणसी के गंगा घाटों पर देखने को मिल रही है। जिसकी वजह से नाविको को भी काफी फायदा मिल रहा है। नाविकों का कहना है कि पहले धूप होने की वजह से पूरे दिन नाव नहीं चलाते थे। लेकिन अब ठंड के मौसम में हम पूरे दिन नाव चलते हैं जिससे हमारी आमदनी में इजाफा हुआ है। बता दे की वाराणसी के विपिन घाटों पर देश के साथी विदेश से भी पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं विदेशी सैलानियों के लिए ठंड का मौसम काफी अनुकूल होता है जिससे इनकी संख्या ठंड में काफी बढ़ जाती है।