कांग्रेस ने वाराणसी के लिए जारी किया घोषणा पत्र, अजय राय ने विभिन्न मुद्दों पर BJP सरकार को घेरा

 

वाराणसी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व वाराणसी लोकसभा प्रत्याशी अजय राय ने गुरुवार को लहुराबीर स्थित आवास पर अपना घोषणा पत्र जारी किया। जिसमें उन्होंने विभिन्न प्रमुख मुद्दों पर जनता का ध्यान केंद्रित किया। 

इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय ने अपने घोषणा पत्र में बीजेपी के दस वर्ष के शासन काल को अन्याय काल का नाम दिया। कहा कि 10 साल में जनता को सिर्फ बदहाली ही हाथ लगी है। साथ ही उन्होंने नारा दिया -  ‘मोदी जी के दस साल-जनता बेहाल’।

अजय राय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विफलता पर जितने आंकड़े दिखाए, जितना बोला जाए, वह कम हैं। क्योंकि मोदी सरकार ने सिर्फ और सिर्फ देश को बर्बाद करने करने का कार्य किया है। हद पार करती बेरोजगारी, अवसरों का अकाल, नोटबन्दी, बिना व्यवस्था किये लॉकडाउन लगाना, सरकारी नौकरियों पर रोक, लडख़ड़ाती अर्थव्यवस्था, सभी सेक्टरों का निजीकरण करना, बढ़ते महिला अपराध, सीमा सुरक्षा पर विफल, देश के युवाओं के विकास के लिए कोई दृष्टिकोण नही होने के कारण हमारी सबसे बड़ी ताकत युवा आज कमजोर हो रहा है। 

काशी से मोदी ने किया छलावा: अजय राय

अजय राय ने कहा कि आस्था और संस्कृति के जीवंत शहर काशी की जनता से भी प्रधानमंत्री व स्थानीय सांसद नरेंद्र मोदी ने छलावा किया है। 2014 में जब तथाकथित गंगा पुत्र बनकर नरेंद्र मोदी यहां से चुनाव लड़ने का फैसला किये थे तो काशीवासियों की आंखों में एक उम्मीद जगी थी और वह उम्मीद थी कि काशी में विकास होगा परन्तु काशी में तो काशी की संस्कृति मिटाते हुए अन्याय किये गए। 

कहा कि  विश्वनाथ कॉरिडोर के नाम पर सैकड़ो मन्दिर हजारों मूर्तिया तोड़ी गईं। बाबा विश्वनाथ जी के कचहरी को खत्म कर दिया गया। चिकित्सा के क्षेत्र में पूरे वाराणसी में 10 वर्षों में एक भी कार्य नही हुए हैं। बीएचयू में मरीज स्ट्रेचर के लिए तड़पते है, वार्डो में जल्दी बेड तक नसीब नहीं होते है। मंडलीय अस्पतालों का हाल भी बेहाल है। शिक्षा के क्षेत्र में वाराणसी में कोई कार्य नहीं हुआ। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के बाद भी कोई नए शिक्षण संस्थान की स्थापना नही है।

काशी परियोजना के नाम पर बना लूट का अड्डा: अजय राय

अजय राय ने कहा कि  रोजगार क्षेत्र में कोई कार्य नहीं हुआ। वाराणसी का युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहा है।  काशी परियोजना के नाम पर लूट का अड्डा साबित हुआ। कई परियोजनाओं का पता तक नहीं चला, सरकार मिलीभगत से अपने पूंजीपतियों से मिलकर लूट - घसोट की। ट्रेड फैसिलिटी सेंटर जस का तस पड़ा हुआ है।  बंदरगाह बना, वहां से कितने का रोजगार हुआ? कितनी जहाजे है? कुछ नही, वह भी ठंडे बस्ते में चला गया। कहा कि  अस्सी घाट के उस पार करोड़ो की लागत से नहर बना। जिसका जबाब आज तक नही मिला कि आखिर वह क्यों बना? किस प्रयोग के लिए बना? फिर वह जस से तस हो गया और करोड़ो रूपये सरकार निगल गयी।

टेंट सिटी भाजपा का फ्लॉप शो

अजय राय ने टेंट सिटी को लेकर भी सवाल उठाए। कहा कि टेंट सिटी का फ्लाफ़ शो जनता के सामने रहा। ऐसे न जाने कितनी परियोजना रही है, जिसका मकसद सिर्फ और सिर्फ लूट - घसोट करना रहा। पूरा काशी का सीवर सिस्टम ध्वस्त है, लेकिन इस पर कोई समाधानक कार्य नहीं हुआ।  दूषित पेयजल की समस्याओं से शहरी क्षेत्र के 20 से अधिक वार्ड ग्रसित हैं।

गंगा पुत्रों संग मोदी ने किया अन्याय : अजय राय

अजय राय ने आगे कहा कि स्वयं को माँ गंगा का पुत्र कहने वाले नरेंद्र मोदी असली गंगा पुत्र निषाद समाज के रोजगार पर बड़े बड़े क्रूज लाकर आघात किए।  माँ गंगा में नालों का गिरना जारी है एक भी नाले को बंद नहीं किया गया।  माँ गंगा का जल प्रतिरोज दूषित हो रहा है। रोपवे के नाम पर जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा।

काशी में अपराध सर चढ़कर बोल रहा

काशी में अपराध सर चढ़ कर बोल रहा है महिलाओं संग अपराध हो या अन्य अपराध वाराणसी अव्वल है। किसानों संग प्रधानमंत्री जी के अन्याय पूरा देश परिचित है वही हाल काशी में भी है।  वाराणसी में शिक्षा में क्षेत्र में एक भी कार्य भले ही मोदी जी नही कर पाए लेकिन शिक्षण संस्थानों पर बीजेपीकरण करने से नही चूके।

अमित शाह का चंबल वाला बयान अशोभनीय: कांग्रेस प्रत्याशी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान व अमित शाह द्वारा पूर्वांचल को चंबल करार देने वाले बयान पर अजय राय ने कहा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार में माताओं बहनों के मंगलसूत्र कब-कब बिके? 

अमित शाह के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि लगातार वर्षों से वाराणसी में भाजपा के सांसद, विधायक व अधिकतर जनप्रतिनिधि हैं। तो क्या यह भी चम्बल के हैं? पूर्वांचल जहाँ से नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली का रास्ता तय किया? अपना क्या वह भूमि चम्बल है ? प्रदेश में भाजपा की सरकारें रही, क्या उस समय के मुख्यमंत्री चम्बल के थे ? पूर्वांचल जहां से सबसे अधिक सीट भाजपा को मिली, क्या यह चम्बल है ? अमित शाह द्वारा इस तरह का अनैतिक बात करना अशोभनीय है। पूर्वांचल की माटी देश का भविष्य तय करती है। पूर्वांचल की माटी इतिहास लिखती है और इस चुनाव में पूर्वांचल की माटी ने भाजपा सरकार को नकारने का मन बना ली है।

अजय राय ने कहा कि पूर्वांचल को चम्बल बोलना इस चुनाव में बहुत भारी पड़ेगा। कहा कि कल अमित शाह चुनाव कार्यालय उद्घाटन हेतु काशी आये थे, काश चुनाव में ही आने की जगह किसी कल कारखाने का फीता काटने के लिये आते रहे होते, तो अच्छा लगता। 

अमूल डेयरी की योजना कांग्रेस काल की: अजय राय

अमूल डेयरी को लेकर अजय राय ने कहा कि करखियांव की अमूल डेयरी की योजना मेरे विधायक काल के वक्त की है। उसके लिये उस वक्त हमने जमीन दिलाने का काम किया। उस डेयरी में भी एक भी स्थायी कर्मी बनारस का नहीं, सब गुजरात के हैं। अन्य जो कुछ काम हुये भी उनके निर्माण का काम किसी स्थानीय या पूर्वांचल के उद्यमी को नहीं मिला। सब काम गुजरात की कंपनियां या बाद में अन्यत्र पत्तों पर पंजीकृत गुजराती उद्यमियों की ही कंपनियां करती रही हैं। बनारस के लोगों से तो सार्वजनिक रूप से बस यही तस्दीक किया जाता है कि आपका चाय पान का कारोबार ठीक चल रहा है या नहीं ? सच यह है विकास के नाम पर हमें ठगा गया है। अतः इस चुनाव में इन सब बातों का खरा हिंसाब किताब होगा।

पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष INDIA गठबन्धन के प्रत्याशी अजय राय, जिलाध्यक्ष कांग्रेस राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस राघवेंद्र चौबे, जिलाध्यक्ष सपा सुजीत यादव लक्कड़ पहलवान, महानगर अध्यक्ष सपा दिलीप डे दादा, आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष रामशंकर पटेल, प्रो० सतीश राय, प्रदेश सचिव फसाहत हुसैन बाबू, पूर्व महानगर अध्यक्ष सपा विष्णु शर्मा, शैलेन्द्र सिंह, मनीष मोरोलिया, चंचल शर्मा, विकास कौण्डिल्य, रोहित दुबे, अनुभव राय आदि लोग उपस्थित रहे।