श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी की पूजा पद्धति पर कांग्रेस ने खड़े किए सवाल, कहा – नष्ट की जा रही काशी की पौराणिकता

 

वाराणसी। बीते 9 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन पद्धति को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने लहुराबीर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री की पूजा पद्धति पर कई सवाल खड़े किए। 
 
अजय राय ने कहा कि सनातन धर्म में खुद के अभिषेक या महिमामंडित कराने की परंपरा न सिर्फ धर्म विरुद्ध है बल्कि यह सनातन धर्म को खुली चुनौती देने वाली धर्म द्रोही कुकृत्य है। हम सभी लोग काशी की मिट्टी में जन्मे, पले-बढ़े हैं। सनातन धर्म की हजारों हजार साल की हमारी जो समृद्ध परंपरा है, उसमें कभी भी ऐसा देखने को नहीं मिला कि किसी राजनेता या संत महात्मा या ऋषि - मुनि ने देवाधिदेव महादेव बाबा भोलेनाथ जी को अभिषेक करने की जगह खुद का ही अभिषेक कराया हो। ऐसी कुवृत्ति और आकंठ अहंकार में डूबा व्यक्ति ही कर सकता है। 

अजय राय ने कहा कि काशी एक पौराणिक और आध्यात्मिक नगरी है। काशी का इतिहास हजारों हजार वर्षों का है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले 2014 से जब से नरेंद्र मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री काशी को अपना संसदीय क्षेत्र बनाया है तब से लगातार काशी की पौराणिकता को तहस नहस किया जा रहा है। कभी कॉरिडोर के नाम पर, तो कभी आधुनिकता के नाम पर। काशी की मूल पहचान यहां की प्राचीनता और आध्यात्मिकता से है। कॉरिडोर के नाम पर जिस तरह से मोदी जी ने काशी की पौराणिता और आध्यात्मिकता को नष्ट किया वह हम सबके लिए पीड़ाजनक है। 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सैकड़ों प्राचीन प्राण प्रतिष्ठित विग्रहों और मंदिरों को तोड़ना, बाबा विश्वनाथ के दरबार के साथ छेड़ छाड़, मां गंगा की पवित्रता और निर्मलता के साथ छेड़ छाड़ और हद तो तब हो गई जब पिछले नौ मार्च को अपने वाराणसी आगमन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा श्री काशी विश्वनाथ जी का अभिषेक करने के बजाय खुद का ही अभिषेक करवाया। यह सनातन धर्म की मान्यताओं, परंपराओं के विरुद्ध खुला द्रोह है। 

उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने बाबा श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में पिछले 9 मार्च को बाबा विश्वनाथ जी की जगह जो खुद का अभिषेक कराया। वह न सिर्फ सनातन धर्म का, बाबा भोलेनाथ का, बल्कि काशी की हजारों हजार साल से चली आ रही समृद्ध सनातन परंपरा का खुला अपमान किया है। यह समूचे सनातन धर्म के मतावलंबियों के लिए दुःख और पीड़ा की बात है। 

इस दौरान जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, पंकज सोनकर, ओमप्रकाश ओझा, फसाहत हुसैन बाबू, शफ़क़ रिजवी, रोहित दुबे, अनुभव राय, परवेज रवि, आदिल, आशीष गुप्ता प्रमुख रूप से मौजूद थे।