विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण 2026 को समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से पूरा करें, वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त ने दिए निर्देश, प्रगति की समीक्षा की 

विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) के अंतर्गत मतदाता सूची से जुड़े कार्यों की समीक्षा के लिए वाराणसी में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि एसआईआर से जुड़े सभी कार्यों को तेज गति से कराते हुए निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किया जाए, ताकि मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित हो सके।
 

वाराणसी। विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) के अंतर्गत मतदाता सूची से जुड़े कार्यों की समीक्षा के लिए वाराणसी में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग ने की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि एसआईआर से जुड़े सभी कार्यों को तेज गति से कराते हुए निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किया जाए, ताकि मतदाता सूची पूरी तरह शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित हो सके।

बैठक की शुरुआत जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा जनपद में संचालित एसआईआर कार्यों की विस्तृत प्रस्तुति से हुई। उन्होंने विधानसभावार मतदाताओं की मैपिंग, गणना प्रपत्रों का संग्रहण, पिछले चुनावों के मतदान प्रतिशत, विधानसभा क्षेत्रों में भरे गए गणना प्रपत्रों की अद्यतन स्थिति तथा डिजिटाइज़ किए गए फार्मों की प्रगति सहित सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अर्हता तिथि 1 जनवरी 2026 के आधार पर निर्वाचक नामावलियों का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इसके तहत बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित किए गए हैं और वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग तथा फार्मों के डिजिटाइजेशन का कार्य अपेक्षित प्रगति के साथ चल रहा है।

वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त ने विधानसभावार अब तक की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जनपद की पहल ‘बुक ए कॉल विद बीएलओ स्टेटस’ की सराहना की और कहा कि यह व्यवस्था मतदाताओं के लिए बेहद उपयोगी है। उन्होंने अपलोड किए जा रहे फार्मों और फोटो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही स्पष्ट किया कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई भी अपात्र नाम सूची में शामिल न हो, इसके लिए सभी स्तर पर पूरी सतर्कता बरती जाए।

उन्होंने एसआईआर कार्यों में फार्मों की मैपिंग, अपलोडिंग और सत्यापन की 100 प्रतिशत जांच सुनिश्चित करने, बीएलओ को समुचित प्रशिक्षण एवं जानकारी उपलब्ध कराने तथा फॉर्म-6 के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। अनमैप्ड प्रकरणों के पुनः सत्यापन पर भी विशेष जोर दिया गया। बैठक से पूर्व वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त ने जे.पी. मेहता इंटर कॉलेज पहुंचकर विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम का निरीक्षण किया। बैठक में मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, भारत निर्वाचन आयोग के सचिव अजय कुमार वर्मा, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश अखंड प्रताप सिंह, नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल, एडीएम प्रशासन विपिन कुमार सहित सभी विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी उपस्थित रहे।