सीएम योगी ने भारत सेवाश्रम संघ में मां दुर्गा को किया नमन, महिलाओं को बांटी सिलाई मशीन, यति नरसिंहानंद के बयान पर दी अपनी राय

 
-    योगी बोले – विरोध करिये, लेकिन विरोध का स्तर हिंसा और आगजनी नहीं होना चाहिए

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शहर में चल रही कई विकास परियोजनाओं का निरीक्षण किया और कई आयोजनों में भाग लिया। अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्होंने विकास योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने भारत सेवाश्रम संघ के कार्यक्रम में भाग लिया, जहाँ उन्होंने महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित कीं और महिला सशक्तिकरण के महत्व पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने भारत सेवाश्रम संघ के इस कार्यक्रम में हाल ही में यति नरसिंहानंद द्वारा दिए गए बयान के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी धर्मों और जातियों के महापुरुषों ने समाज और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, "हर जाति, धर्म और समुदाय के महापुरुषों ने समाज कल्याण के लिए काम किया है और उनका सम्मान होना आवश्यक है। इसमें कोई शंका नहीं होनी चाहिए।"

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी भाषा में चेताया कि यदि कोई महापुरुषों या संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करता है, तो वह कानूनी कार्रवाई के तहत दंडित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

सांप्रदायिक सौहार्द और विरोध पर मुख्यमंत्री का संदेश

योगी आदित्यनाथ ने जनता को सतर्क किया कि विरोध करना उनका अधिकार है, परंतु इसे हिंसक रूप देना अनुचित है। उन्होंने कहा, "विरोध का मतलब यह नहीं है कि हम आगजनी, तोड़फोड़ या लूटपाट करें। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।" उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोग जानबूझकर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करते हैं और मूर्तियों को क्षति पहुंचाते हैं, जो कि गलत है और इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति को भाजपा सरकार ने संरक्षित रखा है और देश की सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा, "हमारा हिंदू धर्म सबको साथ लेकर चलता है और किसी का अंत नहीं चाहता।" साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से सरकार पीछे नहीं हटेगी।

मुख्यमंत्री ने वाराणसी में हो रहे विकास कार्यों को सरकार की प्राथमिकताओं में बताया और कहा कि आने वाले तीन वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वाराणसी की विकास योजनाएँ न केवल शहर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश और देश के विकास में अहम भूमिका निभा रही हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के तहत वाराणसी का समग्र विकास किया जा रहा है। बुनियादी ढांचे के विकास से लेकर सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण तक, शहर में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब वाराणसी की पहचान केवल धार्मिक शहर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक आधुनिक शहर के रूप में उभर रहा है।

मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ और कालभैरव मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने धार्मिक स्थलों के विकास और सौंदर्यीकरण को सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल किया और मंदिर प्रबंधन को निर्देशित किया कि तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।