तीर्थयात्रियों का मोबाइल गुम करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज, ड्राइवर की लापरवाही से उच्चक्के ने दिया घटना को अंजाम
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर के कॉरिडोर एरिया से तीर्थयात्रियों के 16 मोबाइल झटकने वाले उच्चक्के के खिलाफ गुरुवार को चौक थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। तीर्थयात्रियों के ड्राइवर वेंकट रमना ने दोपहर चौक थाने में अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। इस बाबत चौक थानाप्रभारी विमल मिश्रा ने बताया कि बुधवार को घटना के बाद से ही सीसीटीवी फुटेज के जरिए चौक व दशाश्वमेध पुलिस उच्चक्के की तलाश में संदिग्धों पर नज़र रख रही है।
दरअसल, आंध्रा से 40 यात्रियों का ग्रुप दो दिन पूर्व खुद की कार से काशी पहुंचा था। बुधवार की सुबह सभी तीर्थ यात्री अपने ड्राइवर वेंकट रमना के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने पहुँचे। यात्रियों ने लाहौरी टोला मार्ग से कॉरिडोर पहुँचे और अपने मोबाइल ड्राइवर को देकर दर्शन करने चले गए। ड्राइवर ने सभी 16 मोबाइल गमछे में बाँधा और कॉरिडोर में बने रेस्तरां के बाहर बैठकर उनका इंतजार करते हुए अपना मोबाइल चलाने लगा। उसने मोबाइल की पोटली बगल की सीट पर रखी थी और उसकी बगल की सीट पर और भी लोग बैठे थे। इस बीच ड्राइवर वेंकट मोबाइल चलाने में इतना मशरूफ हो गया कि इस बीच मौका ताड़कर उचक्का मोबाइल की पोटली लेकर झटके से फरार हो गया। सीसीटीवी फुटेज में उच्चक्का मोबाइल की पोटली लेकर भागते दिख रहा है।
ड्राइवर ने स्वयं दर्ज कराई थाने में शिकायत
उधर, ड्राइवर का ध्यान मोबाइल से हटा तो मोबाइल की पोटली गायब देखकर सन्न रह गया। उसने आसपास लोगों से पूछताछ की और खुद भी घाट से लेकर गलि तक मोबाइल की पोटली के बारे में लोगों से भी जानने का काफी प्रयास किया मगर सफलता नहीं मिली। उधर, यात्रीगण जब दर्शन करके लौटे तो ड्राइवर की जुबानी मामला ज्ञात होने पर सभी सकते में आ गए। यात्रियों ने ज्ञानवापी कंट्रोल रूम जाकर पुलिस से सम्पर्क किया। विश्वनाथ मंदिर चौकी इंचार्ज ने देर शाम तक इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली और उच्चक्के का वीडियो दशाश्वमेध और चौक थाने भेजकर सर्च अभियान चलाया। लेकिन उच्चक्के के बारे में कोई सुराग न मिल सका। हारकर ड्राइवर वेंकट रमन ने गुरुवार को थाने में तहरीर दी। चौक और दशाश्वमेध पुलिस उच्चक्के की तलाश कर रही है।
दशाश्वमेध चौकी प्रभारी ने अवैध गाइडों पर कसी नकेल
इधर, घटना का पता लगते ही दशाश्वमेध चौकी प्रभारी दिगम्बर उपाध्याय ने अपनी टीम के साथ बुधवार की रात से ही अवैध गाइडों, दलालों और संदिग्धों की धर-पकड़ अभियान चलाना शुरू किया। गुरुवार की सुबह उन्होनें दशाश्वमेध से लेकर दो नम्बर गेट तक चेकिंग अभियान चलाया। इस बीच तकरीबन आधा दर्जन गाइड ऐसे मिले जिनका आपराधिक इतिहास था और वे कुछ महीने पहले ही जेल से छूटकर आए हैं। चौकी प्रभारी ने उनका चालान कर दिया।
इस दौरान उन्होंने माला-फूल बेचने वालों को आगाह किया कि उनके कर्मचारी सड़क से आकर नही बल्कि अपनी दुकानों पर रहकर ही यात्रियों को बुलाएंगे। साथ ही दुकान मालिक को कर्मचारियों का पूरा ब्यौरा देना होगा। पुलिस कर्मचारियों का वेरिफिकेशन करेगी। यदि किसी कर्मचारी का आपराधिक इतिहास रहा तो उसका चालान किया जाएगा। यही नहीं दुकान मालिक को बायोमेट्रिक हाजिरी मशीन भी लगानी होगी और कर्मचारियों के आने-जाने के समय का रजिस्टर भी मेंटेन करना होगा।