वाराणसी पहुंची सीमा सुरक्षा बल की महिला जवान, 50 दिनों में तय करेंगी 2500 किलोमीटर की यात्रा, गंगा स्वच्छता का देंगी संदेश
वाराणसी। देश की सुरक्षा में महिलाओं की भूमिका दिन-प्रतिदिन मजबूत हो रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में महिलाएं अपनी अमिट छाप छोड़ रही हैं। इसी कड़ी में सीमा सुरक्षा बल (BSF) की 20 महिला जवानों की टीम ने गंगोत्री से गंगासागर तक रिवर राफ्टिंग का साहसिक अभियान शुरू किया है। 2 नवंबर से प्रारंभ अभियान 24 दिसंबर को समाप्त होगा, जिसमें ये महिलाएं 2,500 किलोमीटर की दूरी लगभग 50 दिनों में तय करेंगी। 26वें दिन टीम वाराणसी के नमो घाट पर पहुंची, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया।
इस साहसिक अभियान में 18 महिला कांस्टेबल और 2 महिला सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं। टीम ने रिवर राफ्टिंग के माध्यम से न केवल गंगा स्वच्छता का संदेश दिया, बल्कि महिला सशक्तिकरण की अलख भी जगाई। यात्रा के दौरान जहां भी टीम रुकी, वहां उन्होंने स्कूल-कॉलेजों और गंगा किनारे बसे लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
बीएसएफ की महिला टीम लीडर ने बताया कि यह अभियान उनके वरिष्ठ अधिकारियों की प्रेरणा का परिणाम है। गंगा स्वच्छता अभियान के साथ-साथ उन्होंने महिलाओं को उनकी ताकत और क्षमता को पहचानने के लिए प्रेरित किया। उनके संदेश का मुख्य उद्देश्य यह था कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और आत्मनिर्भरता से वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं।
इस अभियान ने यह साबित कर दिया है कि महिलाएं केवल देश की रक्षा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सामाजिक बदलाव लाने में भी अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं। यह साहसिक कदम न केवल देशभर की महिलाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि गंगा के संरक्षण और स्वच्छता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।
महिला जवानों के स्वागत कार्यक्रम में एडीजी जोन (वाराणसी, यूपी) पीयूष मोर्डिया, बीएसएफ के आईजी राजा बाबू सिंह, सीडीओ हिमांशु नागपाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, वन विभाग के अधिकारी, और समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।