देश में NRC लागू करने के लिए भाजपा नेता ने खून से लिखा पीएम मोदी को पत्र, कहा - अनाथालय थोड़े है कि कोई भी आए और घुस जाए

 
वाराणसी। काशी के रहने वाले अधिवक्ता व भाजपा नेता ने NRC लागू करने के लिए प्रधानमंत्री को संबोधित अपने खून से पत्र लिखा है। उन्होंने इसके लिए बांग्लादेश के बिगड़े हालात का हवाला दिया है। 

भाजपा नेता (अधिवक्ता) दीपक सिंह राजवीर ने अपने रक्त से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक पत्र अपने खून से लिख कर एन आर सी लागू करने का अनुरोध किया है। दीपक ने बताया कि बीते कुछ वर्षों में जो स्थिति आस पड़ोस के देशो में हम देख रहे हैं, जिस तरह से आतंकवाद अपने चरम सीमा पर है। एक तरफ जहा बांग्लादेश में विरोध को देख कट्टरपंथी घुसपैठिए अपने हिंदुस्तान मे दाखिल हो जाते है, ऐसी स्थिति में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप लागू करना बहुत जरूरी है। 

दीपक सिंह ने कहा कि आप अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, अफ्रीका, चाइना जाके बस सकते हैं क्या? अगर नहीं तो फिर हिंदुस्तान कोई अनाथालय थोड़े है कि कोई भी आए और घुस जाए। देश में बढ़ती आबादी की यह भी एक वजह है कि करोड़ों की संख्या में अन्य देश के कट्टरपंथी घुसपैठिए आकर अपने हिंदुस्तान में चाय, चाट, जूस का ठेला लगा रहे हैं। अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं, भारत में धर्मातरण को बढ़ावा दे रहे हैं। साथ ही केंद्र सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं का फर्जी दस्तावेज बनवा लाभ भी ले रहे है। ऐसी स्थिति अगर एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा तो जो संकट देश मे मुगल और अंग्रेजो के समय था उससे भी बड़ी समस्या भविष्य में आने की संभावना और प्रबल हो जाएगी। 

काह कि निश्चित तौर पर हिंदुस्तान एक धर्म निरपेक्ष देश है। उसका साफ उदाहरण यह है कि पाकिस्तान से विभाजन के समय देश में जितनी आबादी मुसलमानो की थी, उसमें बढ़ोतरी बहुत रफ्तार से हुई है। जबकि सद्भावना और सादगी के प्रतीक पड़ोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू 20% से घट कर 5-7% हो गए है और उनका दमन और शोषण किया जा रहा। बीते दिनों बांग्लादेश मे अल्पसंख्यक हिन्दू समेत अन्य के ऊपर हुए अत्याचार और खून खराबा पूरे विश्व ने देखा है, जो अभी भी लगातार जारी है। अपने ही देश के पश्चिम बंगाल में हालत असामान्य है और वहां की सरकार सिर्फ अपनी सरकार बनी रहे, इस कारण बहुत तेजी से बाहरी कट्टरपंथी घुसपैठियों को शरण दे रही है। देश में निवास करने वाले देशभक्त जो भारत माता में आस्था और विश्वास रखते हैं, उन्हे यह भरोसा है कि नरेंद्र मोदी के ही नेतृत्व में एनआरसी संभव हो पाएगा और करोड़ों लोगों का भविष्य सुरक्षित हो पाएगा।