कचरे के पेपर पर बना दिया बीएचयू की सबसे बड़ी पेंटिंग, बीएफए के छात्र की अद्भुत कारीगरी

 

वाराणसी। बीएचयू से गोल्ड मेडलिस्ट सतीश कुमार पटेल ने बीएचयू पर आधारित अब तक की सबसे बड़ी पेंसिल चित्र बना कर इतिहास रचा है। इस चित्र को बनाने में जिस पेपर का इस्तेमाल हुआ है, वह कचरे में फेंका गया था। 

इसे देख सतीश रात में अपने रूम पर लाए, फिर उसकी सफाई करके सिर्फ पेंसिल से ही मूर्त व अमूर्त दोनों रूप में चित्र बनाया है। जिसमें बीएचयू गेट, काशी नरेश, बीएचयू आईएमएस, बीएचयू  वीटी, फिर सेंट्रल लायब्रेरी, भारत रत्न मदन मोहन मालवीय जी, कृषि विभाग, चाय की दुकान से लेकर गाय, पंछी, पेड़- पौधे छोटी-बढ़ी जीव के साथ बीएचयू आईआईटी जैसे बहुत इंस्टीट्यूट का स्वरूप स्पष्ट हो रहा है।

 
चित्र में बीएचयू का पर्यावरण संतुलन अत्यंत शालीनतापूर्वक नजर आ रहा है। सतीश ने बताया कि इस चित्र को बनाने में उन्हें 6 दिन लगे। इसकी लंबाई 13 फीट और चौड़ाई 4.6 फिट है। अभी हाल ही में उन्होंने पीपल, बरगद के पत्तों पर शादी का कार्ड बनाकर प्राचीन परंपरा की फिर से शुरुआत की है।

सतीश मिर्जामुराद के अदमापुर गांव में रहने वाले और बीएचयू दृश्य कला संकाय से बीएफए, एमएफए किए हैं। वह तीन भाईयों में सबसे छोटे हैं।