आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुआ BHU: डॉक्टरों ने पीएम रिलीफ फंड में दान देने का किया ऐलान, इतने दिन की तनख्वाह करेंगे डोनेट
वाराणसी। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई है। अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और लोग एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के डॉक्टरों ने भी आतंक के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता जताई है। न्यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. वीएन मिश्रा ने ऐलान किया कि बीएचयू के डॉक्टर अपनी एक दिन की तनख्वाह प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि देश आज आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के मोड़ पर खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प का जिक्र करते हुए, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों को "मिट्टी में मिला देने" की बात कही थी, डॉ. मिश्रा ने जोर दिया कि जब पूरा देश तैयार है, तो देशभक्तों को भी पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर सरकार की इस लड़ाई को मजबूती देनी चाहिए।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि बीएचयू के डॉक्टरों ने यह निर्णय लिया है कि वे एक दिन की अपनी सैलरी पीएम रिलीफ फंड में दान करेंगे, ताकि सीमा पर तैनात सैनिकों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे सुरक्षाबलों को हरसंभव समर्थन मिल सके। इसके लिए संस्थान के निदेशक को पत्र भी भेजा गया है। इसके साथ ही अन्य डॉक्टरों से भी इस मुहिम में शामिल होने की अपील की गई है।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि पहलगाम जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें न्याय के कठघरे में लाकर ही दम लिया जाएगा। आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए देश का संकल्प अटल है और यह समय के साथ और भी मजबूत होता जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने भी दोषियों को सख्त सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है, जो सैन्य, खुफिया और कूटनीतिक स्तर पर ठोस कार्रवाई का संकेत देता है।