बीएचयू छात्रों ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, नहीं रूक रही चोरियां, जांच की मांग
बीएचयू परिसर में चोरी का सिलसिला नही थम रहा है। यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा है। ताजा विवाद ट्रैक्टर से अल्युमिनियम प्लेट और सरिया चोरी का हैं। छात्रों ने इस मामले में चीफ प्राक्टर को मांगपत्र देकर जांच की मांग की है।
वाराणसी। बीएचयू परिसर में चोरी का सिलसिला नही थम रहा है। यह मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा है। ताजा विवाद ट्रैक्टर से अल्युमिनियम प्लेट और सरिया चोरी का हैं। छात्रों ने इस मामले में चीफ प्राक्टर को मांगपत्र देकर जांच की मांग की है।
बताया जाता है कि शुक्रवार की रात एक बजे के करीब लंका गेट के पास छात्रों ने गोबर के खाद लदे ट्रैक्टर को देखा। संदेह होने पर छात्रों ने पूछताछ की तो बीएचयू के पशुपालन विभाग में कार्यरत एक सुपरवाइजर घबराने लगा। इस पर छात्रों का संदेह गहरा गया। जब छात्रों ने ट्रैक्टर ट्राली चढ़कर देखा तो सब आश्चर्य चकित रह गए। ट्रैक्टर के नीचे और ऊपर खाद रखा गया था लेकिन बीच में निर्माण कार्य में उपयोग होने वाली सरिया और एल्यूमीनियम प्लेटें थी। बाजार में इसकी कीमत लगभग 15 लाख बताई जा रही है।
आरोप है कि छात्रों ने प्राक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मी को जब पकड़ने के लिए दबाव बनाया तो सुरक्षाधिकारी घबरा गए। उन्होंने उसे पकड़ने के वजाय भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारी और ड्राइवर को भगा दिया। छात्रों ने जब विरोध किया तो सुरक्षाधिकारी ट्रैक्टर को चीफ प्रॉक्टर कार्यालय ले गये। छात्रों ने आरोप है कि प्रकरण में पशुपालन विभाग से जुड़े एक बड़े प्रोफेसर जिनका राजनीतिक रसूख हैं। उन्हे बचाने में पूरा विश्वविद्यालय प्रशासन लगा हुआ हैं। इसी दबाव में ठेकेदार अभी तक कोई लिखित एफआईआर तक भी दर्ज नहीं पाया हैं।
छात्रों का कहना है बीएचयू में कीमती सामानों की चोरियां हो रही है। इसमें विश्वविद्यालय के ही प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता है। चंदन का पेड़, लाइब्रेरी से लगभग दो करोड़ की तांबे की तार चोरी के मामले को दबाया गया है। छात्रों ने समूचे मामले की जांच की मांग की है।