BHU में दिसंबर में PHD में एडमिशन शुरू होने की संभावना, विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभागों से मांगा सीटों का ब्योरा

 
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सत्र 2024-25 में पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश इस बार फिर विलंबित होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अगस्त के अंतिम और सितंबर के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) कराने की तैयारियों के मद्देनजर दिसंबर से पहले विद्यार्थियों को दाखिला मिलने की उम्मीद नहीं है। इधर बीएचयू ने पीएचडी में प्रवेश की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पीएचडी प्रवेश समिति की ओर से मांगा गया खाली सीटों का ब्योरा अधिकतर विभागों ने भेज दिया है।

बीएचयू के पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया पिछले साल से लेटलतीफी का शिकार हो रही है। सत्र 2023-24 में छात्रों के विरोध के कारण प्रवेश छह से सात महीने विलंबित हो गया था। अब सत्र 2024-25 में नेट निरस्त होने के कारण प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने में देर होने लगी है। 18 जून को कराए गए नेट को यूजीसी ने गड़बड़ी की आशंकाओं के मद्देनजर रद कर दिया था। दोबारा परीक्षा कराने के लिए अब तक तिथि निर्धारित नहीं है, लेकिन यूजीसी ने अगस्त के अंतिम और सितंबर के पहले सप्ताह में परीक्षा कराने की संभावना जताई है। 

अगर सितंबर में परीक्षा हो गई तो अक्टूबर तक रिजल्ट और नवंबर में बीएचयू प्रवेश प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। चूंकि इस प्रक्रिया में समय लगता है, इसलिए माना जा रहा है कि अभ्यर्थियों को दिसंबर से पहले पीएचडी में दाखिला नहीं मिल पाएगा।

बीएचयू के अपर परीक्षा नियंता प्रो. जीपी सिंह ने बताया कि पीएचडी में प्रवेश नेट का रिजल्ट आने के बाद ही शुरू होगा, लेकिन उससे पूर्व की तैयारियां पूरी की जा रही हैं। विभागों से खाली सीटों का जो विवरण मांगा गया था, उसे ज्यादातर विभागों ने भेज दिया है। उसे समायोजित किया जा रहा है। मौजूदा हालात को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा है कि दिसंबर तक पीएचडी में दाखिला शुरू हो पाएगा।

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष पीएचडी की लगभग 1400 सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया हुई थी। हालांकि 300 से अधिक सीटें खाली रह गई थीं। इस बार कितनी सीटों पर दाखिले होंगे, यह सभी विभागों से खाली सीटों का ब्योरा मिलने के बाद ही तय होगा।