हिंसा के बीच वतन नहीं लौटना चाहते बांग्लादेशी छात्र, बीएचयू प्रशासन ने दी अनुमति

बांग्लादेश इस समय हिंसा की आग में झुलस रहा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर पलायन करना पड़ा। वहीं बीएचयू में पढ़ने वाले 25 बांग्लादेशी छात्र भी इस दौर में वापस वतन नहीं लौटना चाहते हैं। उनकी अर्जी को स्वीकार करते हुए बीएचयू प्रशासन ने हॉस्टल में रहने की अनुमति दे दी है। 
 

वाराणसी। बांग्लादेश इस समय हिंसा की आग में झुलस रहा है। प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर पलायन करना पड़ा। वहीं बीएचयू में पढ़ने वाले 25 बांग्लादेशी छात्र भी इस दौर में वापस वतन नहीं लौटना चाहते हैं। उनकी अर्जी को स्वीकार करते हुए बीएचयू प्रशासन ने हॉस्टल में रहने की अनुमति दे दी है। 

बांग्लादेश के 150 छात्र-छात्राएं बीएचयू में पढ़ते हैं। अंतिम वर्ष की परीक्षा देने के बाद 25 छात्रों को हॉस्टल खाली कर वापस वतन लौटना था। इसी बीच बांग्लादेश में हिंसा फैल गई। इस पर वापस लौटने वाले छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को अर्जी देकर माहौल शांत होने तक हॉस्टल में रहने की अनुमति मांगी थी। इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें अनुमति प्रदान कर दी है। 

बांग्लादेश में सरकार के खिलाफ लोगों में आक्रोश के बाद हिंसा फैल गई। गुस्साई भीड़ ने प्रधानमंत्री आवास पर धावा बोल दिया। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को देश छोड़कर पलायन करना पड़ा। वर्तमान में बांग्लादेश के हालात बेहद खराब हैं। ऐसे में बांग्लादेशी छात्र अभी वापस अपने देश नहीं लौटना चाहते।