रिश्वत लेते हुए फर्म सोसाइटीज के बाबू अरविंद गुप्ता गिरफ्तार, एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ दबोचा, 16 साल पहले भी रंगे थे हाथ
वाराणसी। भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) टीम ने हुकुलगंज स्थित फर्म सोसाइटीज और चिट्स कार्यालय के बाबू अरविंद कुमार गुप्ता को बुधवार को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें लालपुर पांडेयपुर थाने ले जाया गया, जहां से उन्हें जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
अरविंद कुमार गुप्ता पर प्रबोधिनी फाउंडेशन के नवीनीकरण के लिए चार हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। गुप्ता ने नवीनीकरण और प्रबंध समिति पंजीकरण की प्रमाणित कॉपी देने के लिए रिश्वत की मांग की थी, जिसमें कहा गया था कि ऊपर के आला अधिकारी भी इसमें शामिल हैं।
प्रबोधिनी फाउंडेशन के संयुक्त सचिव संजय सिंह गौतम ने इस मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन से की थी, जिसके बाद संगठन ने कार्रवाई करते हुए गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। संजय सिंह गौतम ने आरोप लगाया कि इस भ्रष्टाचार में विभाग के सहायक निबंधक भी संलिप्त हैं और उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि जांच को प्रभावित होने से रोकने के लिए सहायक निबंधक को निलंबित किया जाए और उन्हें वाराणसी से हटाया जाए।
बताया जा रहा है कि रिश्वत का पैसा लेकर वह अपनी जेब में रखने ही वाले थे, तभी एंटी करप्शन टीम ने उन्हें दबोच लिया. बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब अरविंद गुप्ता को एंटी करप्शन टीम ने दबोचा हो. इससे पहले भी वर्ष 2008 में गोरखपुर में तैनाती के दौरान एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते पकड़ा था।