वाराणसी में आयुष मंत्री ने गठिया और शोध केंद्र का किया उद्घाटन, 'डिजीशक्ति योजना' के तहत छात्रों को बांटे टैब
वाराणसी। राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय और चिकित्सालय में प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने सोमवार को गठिया और उन्नत शोध केंद्र का उद्घाटन किया। इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत 'डिजीशक्ति योजना' के तहत मोबाइल और टैबलेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया और एक नई व्यायाम शाला का भी उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर शशि सिंह ने आयुष मंत्री का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया। उद्घाटन समारोह की शुरुआत भगवान धन्वंतरि की पूजा से हुई।
इस अवसर पर आयुष मंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक हजार से ज्यादा आयुष अस्पतालों को 'आयुष आरोग्य मंदिर' में बदल दिया गया है और आयुर्वेद डिस्पेंसरी को 'आयुष हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर' में अपग्रेड किया जा रहा है। आयुष टेलीमेडिसिन के माध्यम से विशेषज्ञों द्वारा निःशुल्क आयुर्वेद परामर्श उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, 250 से ज्यादा वेलनेस सेंटर्स को नेचुरोपैथी हॉस्पिटल्स में परिवर्तित किया गया है।
डिजिटल इंडिया के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, उत्तर प्रदेश सरकार ने 'डिजीशक्ति योजना' शुरू की है, जिसके तहत स्नातकोत्तर छात्रों को टेबलेट प्रदान किए गए हैं। गठिया उपचार और शोध केंद्र का उद्घाटन भी हुआ, जिससे गठिया के रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी।
व्यायाम शाला का उद्घाटन भी छात्रों के स्वास्थ्य के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। गठिया केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. मनीष मिश्र और सह नोडल डॉ. रचना निगम ने केंद्र की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सरोज शंकर राम का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. टीना सिंघल और डॉ. अजय कुमार ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रकाश राज सिंह ने किया।
कार्यक्रम में हरदत शुक्ला, संतोष सैनी, गौरव राठी, सुधीर त्रिपाठी, जय विश्वकर्मा, विजय गुप्ता, सौरभ राय, संतोष पटेल, राहुल पांडेय, टिंकू अरोड़ा, अमरीश केसरी, महाविद्यालय के प्रोफेसर नीलम गुप्ता, प्रोफेसर संजय पांडे, प्रोफेसर अवधेश कुमार, डॉ. मनोहर राम, डॉ. अंजना सक्सेना, डॉ. राम मिलन, डॉ. राम निहोर तपसी, डॉ. पी एल संखुआ, डॉ. अश्विनी गुप्ता, डॉ. अनुभा सक्सेना सहित सभी शिक्षक, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरविंद सिंह, छात्र-छात्राएं और कर्मचारी शामिल हुए।