होली पर बाबा विश्वनाथ को अर्पित किया गया अयोध्या का खास गुलाल, सीएम योगी ने शुरू कराई परंपरा  

श्री काशी विश्वनाथ धाम में होली का शुभारंभ भगवान बाबा को कचनार पुष्प से निर्मित हर्बल गुलाल अर्पित कर किया गया। यह परंपरा वर्ष 2024 में प्रारंभ हुई थी, जब पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित कचनार फूलों से निर्मित गुलाल श्री काशी विश्वनाथ को अर्पित किया गया था। इस वर्ष भी इस परंपरा को कायम रखते हुए लखनऊ स्थित नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनबीआरआई) द्वारा विशेष रूप से तैयार कचनार हर्बल गुलाल श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को उपलब्ध कराया गया।
 
vns

वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में होली का शुभारंभ भगवान बाबा को कचनार पुष्प से निर्मित हर्बल गुलाल अर्पित कर किया गया। यह परंपरा वर्ष 2024 में प्रारंभ हुई थी, जब पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा प्रेषित कचनार फूलों से निर्मित गुलाल श्री काशी विश्वनाथ को अर्पित किया गया था। इस वर्ष भी इस परंपरा को कायम रखते हुए लखनऊ स्थित नेशनल बोटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनबीआरआई) द्वारा विशेष रूप से तैयार कचनार हर्बल गुलाल श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को उपलब्ध कराया गया।

vns

यह विशेष गुलाल अयोध्या के कचनार पुष्पों से अर्पित होता है। इसे लखनऊ से वाराणसी तक विशेष वाहक के माध्यम से भेजा गया। होली के शुभ अवसर पर मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण और डिप्टी कलेक्टर शंभूशरण ने इस पवित्र गुलाल को श्री काशी विश्वनाथ को अर्पित किया। 

कचनार पुष्प से निर्मित यह हर्बल गुलाल न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में इस विशिष्ट गुलाल से होली की शुरुआत भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव बन गई।