अयोध्या में बनेगा कांची कामकोटि पीठ का आश्रम, धर्म, अध्यात्म व शिक्षा की डोर होगी मजबूत  

प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में कांचि कामकोटि पीठ का आश्रम बनेगा। इसके लिए कांचि कामकोटि पीठ के शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती ने पहल की है। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के साथ ही काशी, कांची व अयोध्या के बीच शैक्षणिक, धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां तेज हो जाएंगी। 
 

वाराणसी। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में कांचि कामकोटि पीठ का आश्रम बनेगा। इसके लिए कांचि कामकोटि पीठ के शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती ने पहल की है। भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के साथ ही काशी, कांची व अयोध्या के बीच शैक्षणिक, धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां तेज हो जाएंगी। 

अयोध्या में बनने वाले आश्रम में दक्षिण भारत से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सारे इंतजाम होंगे। अयोध्या में संचालित कांची शंकर वेद विद्यालय का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। इस समय वेद विद्यालय में 60 बटुक अध्ययन कर रहे हैं। इस वेद विद्यालय में अब दक्षिण भारत के साथ ही काशी में अध्ययन करने वाले बटुक भी पढ़ सकेंगे।

 

शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती ने बताया कि कांची व अयोध्या का रिश्ता तो त्रेतायुग से ही चला आ रहा है। ललितोपाख्यान में इसका वर्णन मिलता है। राजा दशरथ ने पुत्र की कामना मां कामाक्षी के धाम में प्रार्थना की थी। हनुमान घाट स्थित कांची कामकोटि मठ के प्रबंधक बीएस सुब्रमण्यम ने बताया कि रामलला के विराजमान होने के बाद कांची कामकोटि मठ के विस्तार की प्रक्रिया आरंभ होगी। दक्षिण भारत से भक्त रामलला के दर्शन को अयोध्या पहुंचेंगे।