आचार संहिता समाप्त होते ही एक्शन मोड में मंडलायुक्त, विकास कार्यों को लेकर की मीटिंग, अधिकारियों को जल्द से जल्द पूरा कराने के दिए निर्देश

 
वाराणसी। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद आचार संहिता समाप्त होते ही मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने गुरुवार को कमिश्नरी सभागार में बैठक की। जिसमें उन्होंने विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों संग समीक्षा की। 

बैठक में सर्वप्रथम मंडलायुक्त ने लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने पर सभी विभागों को बधाई दी। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को विकास कार्यों के लिए निर्देशित किया। लोक निर्माण विभाग की परियोजनाओं के संदर्भ में मंडलायुक्त ने कहा कि तेज़ी से सभी सड़कों के कार्य अब पूरे करायें, सड़क चौड़ीकरण के कार्यों में मुआवज़े संबंधित प्रकरण का निस्तारण प्राथमिकता पर कराए जाने तथा 15 दिनों में डिवाइडरों में उपजाऊ मिट्टी डाल पर वर्षा होते ही छायादार वृक्षों के रोपण हेतु निर्देशित किया गया। इसके साथ ही उन्होंने सेतु निर्माण विभाग को यह निर्देशित किया कि नए प्रस्तावित परियोजनाओं के प्रस्ताव शासन से जल्दी पास कराने के प्रयास किए जाएं।

रामनगर में निर्माणाधीन पीएसी के बैरक के समस्त निर्माण कार्य जुलाई माह के अंत तक पूर्ण किए जाने के लिए मंडलायुक्त ने निर्देशित किया। नमो घाट के पुनर्वीकार कार्य के संदर्भ में उन्होंने कहा कि रैंप, टॉयलेट, एप्रोच रोड तथा नमस्ते स्कल्पचर के फ़िनिशिंग आदि समेत समस्त निर्माण कार्य जून माह के अंत तक पूर्ण किए जाएं।

सांस्कृतिक संकुल में निर्माणाधीन अर्बन हाट के संदर्भ में उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को यह निर्देशित किया गया कि पर्यटन विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्य शीघ्र पूर्ण करायें जाए। वाराणसी विकास प्राधिकरण को यह निर्देशित किया गया कि सारनाथ प्रो-पुअर परियोजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए समस्त निर्माण कार्य जून माह के अंत तक किया जाना सुनिश्चित किया जाए।  स्मार्ट सिटी अन्तर्गत गतिमान 61 पार्कों के पुनर्विकास कार्य के संदर्भ में यह निर्देशित किया गया कि समस्त निर्माण कार्य नगर निगम से समन्वय स्थापित कर किया जाए जिससे भविष्य में हस्तान्तरण की प्रक्रिया सुनियोजित हो सके। पंचक्रोशी परिक्रमा में श्रद्धालुओं की सुविधा विस्तार के संदर्भ में मंडलायुक्त द्वारा यह निर्देशित किया गया कि श्रद्धालुओं के विश्राम हेतु कॉटेज/शिविर तथा मार्गों के सुदृढ़ीकरण हेतु प्रस्ताव तैयार किया जाए।

मंडलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यों की नियमित समीक्षा किए जाने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि लाभार्थी-परक योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान कार्ड, शुल्क प्रतिपूर्ति योजनाओं में सत्यापन सुनियोजित कार्यप्रणाली के साथ किया जाना सुनिश्चित किया जाए। साथ ही पंचायतों की दैनिक क्रियाकलापों की समीक्षा की जाए एवं गावों में सफ़ाई व्यवस्था की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। ग्रामीण पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों  और ज़िला पंचायत  कार्यों में तेज़ी लायें।

ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित विद्यालयों के संदर्भ में यह निर्देशित किया गया कि ग्रीष्मावकाश के उपरांत विद्यालयों के खुलने से पूर्व छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता परक शिक्षा हेतु कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आदि की योजना अच्छे से लागू किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। स्वास्थ्य विभाग को यह निर्देशित किया गया कि समस्त अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए तथा ओपीडी व्यवस्था सुदृढ़ किया जाए। सभी अपर सीएमओ  और प्रशासनिक अधिकारी अस्पतालों का निरीक्षण कर अच्छी व्यवस्था लागू करवायें।

नगर निगम वाराणसी को यह निर्देशित किया गया कि शहर के समस्त क्षेत्रों में विशेषकर गंगा घाटों पर तथा पर्यटन की दृष्टि से प्रमुख क्षेत्रों में सफ़ाई व्यवस्था सुदृढ़ की जाए तथा से संबंधित अधिकारीगणों द्वारा नियमित रूप से प्रातः 06 बजे से 08 बजे तक स्थलीय निरीक्षण करना सुनिश्चित किया जाए। बिजली विभाग एवं जल संस्थान को यह निर्देशित किया गया कि कंट्रोल रूम के माध्यम से दैनिक रूप से आ रही शिकायतों का निस्तारण उसी दिन किया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा किसी प्रकार की फ़ॉल्ट आदी की स्थिति में सोशल मीडिया आदि के माध्यम से उसकी सूचना प्रसारित की जाए एवं संबंधित वार्ड के माननीय पार्षदों को भी सूचना दी जाए साथ ही समस्या का निस्तारण न होने के उपरांत उसकी सूचना भी आम जनमानस तक प्रसारित करना सुनिश्चित किया जाए।

मंडलायुक्त की बैठक में समस्त विभागों को यह निर्देशित किया गया कि उनके द्वारा स्वयं के स्तर से नियमित रूप से विभागवार समीक्षा की जाए तथा परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करते हुए समस्त गतिमान परियोजनाओं का क्रियान्वयन साथ समय किया जाना सुनिश्चित करें। उक्त बैठक में ज़िलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल समेत लोक निर्माण विभागों, जल निगम, नगर निगम, राजकीय निर्माण निगम, स्मार्ट सिटी तथा अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।