‘तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले माफिया की मौत पर सवाल कर रहे’ कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष बोले – अपराध का एक युग हुआ समाप्त
ऐसे में अब मुख्तार अंसारी की मौत की खबर के बाद से ही कृष्णानंद राय का परिवार बेहद ही खुश है। कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने मुख्तार के मौत को अपराध के एक अध्याय की समाप्ति बताया है। वहीं उन्होंने कहा कि विपक्ष के द्वारा मुख्तार के मौत पर सवाल खड़े करने वाले विपक्ष के नेताओं पर कहा कि जो लोग आज मुख्तार के मौत पर सवाल उठा रहे है, जनता जानती है कि वही लोग पहले माफिया मुख्तार को संरक्षण देते थे।
विपक्ष के लोग हमेशा माफियाओं का साथ देते रहे हैं
कहा कि देश में लोकतंत्र है, विपक्ष के नेता मुख्तार के मौत की जांच की मांग कर रहे है, तो यह उनका अपना विषय है। विपक्ष के लोग हमेशा माफियाओं का साथ देते रहे है और तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे हैं। अब सामने लोकसभा का चुनाव है, तो विपक्ष के नेता वोट बैंक का फायदा लेने के लिए मुख्तार के मौत पर जांच की मांग उठा रहे हैं।
अजय राय करें पीएम व सीएम का धन्यवाद: पीयूष
वही अवधेश राय की हत्या में माफिया मुख्तार अंसारी के सजा होने के बाद अब मौत पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय की चुप्पी पर कृष्णानंद राय के बेटे ने सवाल खड़ा करते हुए अपील किया कि अजय राय को राजनीति से ऊपर उठकर सोचना चाहिए और समाज में अराजकतत्वों के खिलाफ़ बोलने का साहस करना चाहिए। अजय राय को कम से कम पीएम मोदी और सीएम योगी का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने आज एक ऐसे समाज का निर्माण किया है, कि कुख्यात अपराधियों का फैसला भगवान के दरबार में हो रहा है।
भगवान और अल्लाह के दरबार में अपराधी का मजहब नहीं होता
पीयूष राय ने मुख्तार जैसे माफियाओं को समाज में बढ़ावा दिए जाने वाले राजनैतिक दलों के सवाल पर कहा कि ऐसे माफियाओं का समाज में बढ़ना इसकी जिम्मेदारी मानसिकताओं का है। कई दलों की मानसिकता रही है, जो गुंडे से लोगो को माफिया बना दिया। बसपा हो या फिर समाजवादी पार्टी या फिर कांग्रेस ऐसे दलों का मानसिक तुष्टिकरण है, जो अपराधियों में मजहब ढूंढकर अपने वोट बैंक की राजनीति किए है। रमजान के महीने में माफिया मुख्तार अंसारी को सजा मिली है, तो इससे साफ है कि भगवान और अल्लाह के दरबार में किसी माफिया और अपराधी का कोई मजहब नहीं होता।