बरेका के नाम जुड़ गई एक और उपलब्धि, 475 रेल इंजनों का निर्माण कर तोड़ा पुराना रिकार्ड 

बनारस रेल इंजन कारखाना ने एक बार फिर उपलब्धि हासिल की है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 460 रेल इंजनों के निर्माण लक्ष्य को पीछे छोड़ते हुए 475 रेल इंजनों का निर्माण कर पुराना रिकार्ड तोड़ दिया और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह उपलब्धि किसी भी एक वित्तीय वर्ष में उच्चतम और अद्वितीय लोको उत्पादन का कीर्तिमान है। जिसमें बरेका ने भारतीय रेलवे के लिए 470 विद्युत रेल इंजन और 5 डीजल रेल इंजनों का निर्माण भारतीय घरेलू ग्राहकों के लिए किया है। अपने स्थापना के बाद से  बरेका ने अब तक विभिन्न प्रकार के हॉर्स पावर डीजल (एल्को एवं उच्च शक्ति) साथ ही इलेक्ट्रिक रेल इंजन सहित कुल 10210 रेल इंजनों का निर्माण कर किया है। इसमें 1895 विद्युत रेल इंजन, 2467 उच्च अश्वशक्ति डीजल, 5031 एल्को रेल इंजन, भारत में गैर-रेलवे ग्राहकों के लिए 636 रेल इंजन, 172 निर्यातित रेल इंजन , 8 रूपांतरण और 1 ड्यूल मोड रेल इंजन शामिल हैं। 
 

वाराणसी। बनारस रेल इंजन कारखाना ने एक बार फिर उपलब्धि हासिल की है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 460 रेल इंजनों के निर्माण लक्ष्य को पीछे छोड़ते हुए 475 रेल इंजनों का निर्माण कर पुराना रिकार्ड तोड़ दिया और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह उपलब्धि किसी भी एक वित्तीय वर्ष में उच्चतम और अद्वितीय लोको उत्पादन का कीर्तिमान है। जिसमें बरेका ने भारतीय रेलवे के लिए 470 विद्युत रेल इंजन और 5 डीजल रेल इंजनों का निर्माण भारतीय घरेलू ग्राहकों के लिए किया है। अपने स्थापना के बाद से  बरेका ने अब तक विभिन्न प्रकार के हॉर्स पावर डीजल (एल्को एवं उच्च शक्ति) साथ ही इलेक्ट्रिक रेल इंजन सहित कुल 10210 रेल इंजनों का निर्माण कर किया है। इसमें 1895 विद्युत रेल इंजन, 2467 उच्च अश्वशक्ति डीजल, 5031 एल्को रेल इंजन, भारत में गैर-रेलवे ग्राहकों के लिए 636 रेल इंजन, 172 निर्यातित रेल इंजन , 8 रूपांतरण और 1 ड्यूल मोड रेल इंजन शामिल हैं। 


रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में 5 बार सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई का गौरव प्राप्त करने के साथ ही दिसंबर'23 में, बरेका निर्मित 10,000 वां लोकोमोटिव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया था। इसके अतिरिक्त जनवरी'24 में, बरेका ने 55 विद्युत रेल इंजनों का निर्माण करके एक नया रिकॉर्ड बनाया, जो अबतक किसी भी एक महीने में हासिल किया गया उच्चतम उत्पादन आंकड़ा है। न केवल उत्कृष्ट रेल इंजनों का उत्पादन अपितु ऊर्जा संरक्षण के लिए कटिबद्ध बरेका ने हरित वातावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करते हुए अहम योगदान दिया है। भूमिगत जल संचरण को बनाए रखने हेतु तालाब का निर्माण कर व सोक पीट के माध्यम से बरेका प्रति वर्ष हजारों लीटर वर्षा-जल को संचय कर रहा है एवं सोलर ऊर्जा का भी बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए ग्रिड विद्युत खपत में 22.33 प्रतिशत की कमी बरेका ने दर्ज की। पुनः एक बार फिर एक और उपलब्धि अपने नाम करते हुए 22 मार्च 2024 को राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु बरेका को प्रथम पुरस्कार के रूप में “रेल मंत्री राजभाषा शील्ड” से सम्मानित किया। 

 
नए वित्तीय वर्ष 2024-25 में रेल मंत्रालय ने बनारस रेल इंजन कारखाना को 500 विद्युत रेल इंजन बनाने का लक्ष्य दिया है। महाप्रबंधक बासुदेव पांडा ने शॉप फ्लोर पर अधिकारियों व कर्मचारियों के मध्य पहुंचकर वित्तीय वर्ष 2023-24 की समाप्ति के अवसर पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस उच्चतम उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करना बरेका के कर्मनिष्ठ अधिकारी, कर्मचारियों एवं महिला कर्मियों के अथक परिश्रम का परिणाम है। रेलवे बोर्ड से दी गई चुनौती को सहर्ष स्वीकार करते हुए पूर्ण विश्वास के साथ बताया कि बरेका इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को भी सफलतापूर्वक प्राप्त करेगा। इस अवसर महाप्रबंधक ने बरेका अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक परिश्रम हेतु लोको डिवीजन व इन्स्पेक्शन विंग को एक लाख रुपये, इंजन डिविजन को 50 हज़ार, स्टोर व डिपो विभाग को 50 हज़ार एवं लेखा विभाग को 25 हज़ार रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। 

लोको असेंबली शॉप में आयोजित कार्यक्रम में बरेका के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एसके श्रीवास्तव, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, उत्पादन व विपणन सुनील कुमार, मुख्य सामग्री प्रबंधक, लोको त्रिलोक कोठारी, मुख्य सामग्री प्रबंधक, मुख्यालय एसके मिश्रा, मुख्य सामग्री प्रबंधक, इंजन अतुल सक्सेना, मुख्य सामग्री प्रबंधक-I आशीष कुमार अग्रवाल,मुख्य गुणवत्ता आश्वासन प्रबंधक प्रवीण कुमार,मुख्य विद्युत इंजीनियर, लोको अरुण कुमार शर्मा, मुख्य विद्युत इंजीनियर, निरीक्षण मनोज कुमार सिंह, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक विजय के अलावा बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ महिला कर्मी भी उपस्थित रहीं।