वाराणसी में बनेगी 11 सदस्यीय ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी, पुलिस कमिश्नर ने व्यापारियों संग की अहम मीटिंग, अवैध पार्किंग, साइबर फ्रॉड और जाम पर सख्ती

वाराणसी। शहर में सुगम और व्यवस्थित यातायात व्यवस्था, व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा तथा साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मोहित अग्रवाल ने व्यापारी बंधुओं के साथ एक महत्वपूर्ण संवादात्मक गोष्ठी की। गोष्ठी में जिला स्तर पर 11 सदस्यीय ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी के गठन, मासिक बैठकों के आयोजन, जाम-प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय समितियों, साइबर फ्रॉड से सतर्कता, सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्यता और अवैध पार्किंग पर नियंत्रण जैसे अहम निर्णय लिए गए, जिससे पुलिस–व्यापारी समन्वय को और मजबूत किया जा सके।
 

वाराणसी। शहर में सुगम और व्यवस्थित यातायात व्यवस्था, व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा तथा साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मोहित अग्रवाल ने व्यापारी बंधुओं के साथ एक महत्वपूर्ण संवादात्मक गोष्ठी की। गोष्ठी में जिला स्तर पर 11 सदस्यीय ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी के गठन, मासिक बैठकों के आयोजन, जाम-प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय समितियों, साइबर फ्रॉड से सतर्कता, सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्यता और अवैध पार्किंग पर नियंत्रण जैसे अहम निर्णय लिए गए, जिससे पुलिस–व्यापारी समन्वय को और मजबूत किया जा सके।

यातायात सुधार के लिए बनेगी ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी
गोष्ठी के दौरान पुलिस आयुक्त ने जिला स्तर पर 11 व्यापारी बंधुओं को शामिल करते हुए एक ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। यह कमेटी यातायात व्यवस्था से जुड़े व्यावहारिक सुझाव उपलब्ध कराएगी। साथ ही, कमेटी की प्रत्येक माह बैठक आयोजित करने का प्रावधान किया गया है, जिसमें जाम, ट्रैफिक संचालन की दिक्कतों और जनसहयोग आधारित समाधानों पर चर्चा की जाएगी।

जाम प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय समितियां
पुलिस आयुक्त ने बताया कि जिन थानाक्षेत्रों में यातायात जाम की समस्या अधिक रहती है, वहां 5-5 व्यापारियों की स्थानीय कमेटियां गठित की जाएंगी। ये समितियां जाम के कारणों की पहचान कर उनके निवारण के लिए ठोस सुझाव देंगी, जिससे स्थानीय स्तर पर समस्याओं का त्वरित समाधान संभव हो सके।

साइबर अपराधों से सतर्क रहने की अपील
गोष्ठी में व्यापारियों को डिजिटल अरेस्ट, फिशिंग कॉल, फर्जी ऑनलाइन ऑर्डर और जॉब ऑफर, निवेश व लॉटरी से जुड़े साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक किया गया। पुलिस आयुक्त ने सुरक्षित डिजिटल लेनदेन पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और साइबर अपराध की स्थिति में तुरंत 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं।

सुरक्षा व्यवस्था और अनुशासन पर विशेष बल
पुलिस आयुक्त ने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाने और उन्हें सक्रिय रखने के निर्देश दिए। कैमरों का कवरेज सड़क, प्रवेश द्वार और आसपास के क्षेत्र तक सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। साथ ही अवैध पार्किंग रोकने, कर्मचारियों के सत्यापन और स्वर्ण-आभूषण व्यवसाय में सतर्कता बरतने की भी सलाह दी गई।

व्यापारियों को मिला भरोसा
गोष्ठी के दौरान व्यापारियों द्वारा प्रस्तुत सुझावों और ज्ञापनों पर पुलिस आयुक्त ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए आश्वासन दिया कि सभी मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस–व्यापारी समन्वय मजबूत होगा तो शहर की सुरक्षा, यातायात और व्यापारिक माहौल स्वतः बेहतर होगा।

यह गोष्ठी वाराणसी में कानून-व्यवस्था, यातायात सुधार और साइबर सुरक्षा को लेकर एक सकारात्मक पहल के रूप में देखी जा रही है, जिससे आने वाले समय में व्यापारियों और आमजन को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।