अमेठी में दलित शिक्षक परिवार की हत्या एवं कछवा सड़क हादसे में मृतक 10 मजदूरों को रामनगर शास्त्री घाट पर दी गई श्रद्धांजलि, कानून व्यवस्था पर उठे सवाल

 
वाराणसी। रामनगर स्थित शास्त्री घाट पर अमेठी में दलित शिक्षक, उनकी पत्नी और दो मासूम बच्चों की नृशंस हत्या के विरोध में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस हृदयविदारक घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया गया और प्रशासन की विफलता पर सवाल खड़े हुए। मृतक शिक्षक ने पहले ही आरोपी के खिलाफ जान से मारने की धमकी समेत गंभीर धाराओं में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उचित कार्रवाई न होने के चलते आरोपी ने पूरे परिवार की निर्मम हत्या कर दी। इस घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

श्रद्धांजलि सभा के दौरान मोमबत्तियां जलाकर मृत परिवार की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस अवसर पर अमन यादव ने कहा, "यह घटना समाज के कमजोर वर्गों पर हो रहे अत्याचार की भयंकर तस्वीर पेश करती है। अगर प्रशासन ने समय रहते कदम उठाए होते, तो इस घटना को टाला जा सकता था। हम दोषियों को शीघ्रतम सजा दिलाने की मांग करते हैं।"

पूर्व कैन्ट प्रत्याशी पूजा यादव ने भी सभा में उपस्थित होकर सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त प्रशासनिक कदम उठाए जाएं।

इसके साथ ही सभा में कछवा सड़क हादसे में मारे गए 10 मजदूरों को भी विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष जय सिंह टाइगर ने मजदूरों की दुखद मौत पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने समाज और प्रशासन से अपील की कि ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद दी जाए।

इस कार्यक्रम का नेतृत्व अमन यादव, महानगर अध्यक्ष बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी ने किया। मुख्य रूप से रामनगर नगर अध्यक्ष जितेंद्र यादव मलिक, प्रदेश सचिव संगीता पटेल, राकेश कनौजिया, सूरज सोनकर, और मानसिंह चौहान सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।