काशी में बाबा विश्वनाथ की पालकी यात्रा को ढककर निकालने का अजय राय ने किया विरोध, कहा – यह काशीवासियों और बाबा विश्वनाथ का अपमान

 

वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत के निधन के बाद उनके परिवार ने 350 साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए सोमवार को गौना बारात (पालकी यात्रा) निकाली। भारी पुलिस बल की मौजूदगी में यह शोभायात्रा महंत आवास से सुबह 8:22 बजे रवाना हुई, जबकि हर साल यह दोपहर 3 बजे निकाली जाती थी। बारात अपने पारंपरिक मार्गों से गुजरते हुए विश्वनाथ धाम पहुंची।

हालांकि, इस आयोजन को लेकर प्रशासन और कांग्रेस के बीच तनाव देखने को मिला। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के गौना बारात में शामिल होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने उनके आवास के बाहर पुलिस तैनात कर दी और राय समेत कई कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया।

अजय राय ने आरोप लगाया कि काशी में आज 350 वर्ष प्राचीन परंपरा टूटी है। जो कभी मुगलों और अंग्रेजों के समय में नहीं हुआ। वह आज मोदी योगी राज में हुआ है। अजय राय ने कहा कि हम बाबा का दर्शन करने जाएंगे, कोई ताकत हमें दर्शन पूजन करने से रोक नहीं सकती।

राय ने कहा कि मोदी और योगी जो कि सनातन धर्म के रक्षक कहलाते हैं, ऐसे में पीएम के संसदीय क्षेत्र में बाबा विश्वनाथ की प्रतिमा को ढककर निकालना काशी वासियों और बाबा विश्वनाथ का अपमान है। मैंने सही बात बोली, तो यहां पर फ़ोर्स लगाकर हमें रोक दिया। 

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