अजय राय ने पूछा – राफेल से नींबू-मिर्ची कब उतरेगा?; कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा

 
वाराणसी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने रविवार को केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राफेल सौदे, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी और आतंकवाद जैसे अहम मुद्दों पर सरकार की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा करते हुए तीखे सवाल दागे।

अजय राय ने राफेल सौदे को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा, “सरकार ने राफेल पर नींबू-मिर्ची बांध दिया है, ताकि यह दिखा सकें कि सब कुछ ठीक है, लेकिन असल में कुछ भी ठीक नहीं है। मैं पहले भी पूछ चुका हूं और आज फिर पूछ रहा हूं - राफेल आखिर कब काम करेगा?” उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी और ‘दिखावे की सुरक्षा नीति’ पर सवाल उठाया।

शहीदों के परिजनों की पीड़ा को लेकर भी अजय राय भावुक दिखे। उन्होंने कहा, “शहीदों के परिवार जानना चाहते हैं कि उनके बलिदान का बदला कब लिया जाएगा। क्या उनकी कुर्बानी सिर्फ चुनावी मंचों तक ही सीमित रह गई है?” उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सरकार का रवैया सिर्फ भाषणों तक सीमित है और जमीन पर ठोस कार्रवाई का अभाव है।

प्रेस वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार का मकसद जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाकर हिंदू-मुसलमान करने तक सीमित हो गया है। उन्होंने कहा कि इनका मकसद लोगों को कमजोर करना और आपस में लड़ाना है। इसी में ये पूरी ताकत लगा रहे हैं। न बेरोजगारी पर बात होती है, न महंगाई पर, न ही कानून व्यवस्था पर।

प्रदेश अध्यक्ष ने मौजूदा समय की कानून व्यवस्था को "चौपट" करार दिया। उन्होंने कहा कि अपराध बेलगाम हैं और बेरोजगारी चरम पर पहुंच चुकी है। सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय लोगों की भावनाओं से खेलने में व्यस्त है।

धर्म और राजनीति पर बोलते हुए अजय राय ने कहा, “राहुल गांधी अकेले ऐसे नेता हैं जिन्होंने मानसरोवर और केदारनाथ की पदयात्राएं कीं। लेकिन हम धर्म का दिखावा नहीं करते, उसका पालन करते हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “बाबा साहेब हमारे दिलों में हैं, जिन्होंने हमें संविधान दिया। लेकिन आज उसी संविधान की आत्मा को कुचला जा रहा है।”

रक्षा मंत्री पर निशाना साधते हुए अजय राय ने आतंकवाद पर सिर्फ बयानबाजी करने के बजाय ठोस कार्यवाही की मांग की। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए केवल भाषण देना काफी नहीं है, अब एक्शन चाहिए।