हत्या के बाद शिक्षक का शव पहुंचा उसके घर, दहाड़े मारकर रोने लगे परिजन, मुजफ्फरनगर में वाराणसी पुलिस के कांस्टेबल ने की थी गोली मारकर हत्या

 
वाराणसी। मुज़फ्फरनगर में कांस्टेबल की गोली से मृत शिक्षक धर्मेंद्र यादव का शव मंगलवार को 40 घंटे बाद कंदवा स्थित टीचर्स कालोनी में पहुंचा। जिसके बाद मृत शिक्षक के आवास पर कोहराम मचा हुआ है। धमेंद्र के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। धर्मेंद्र की पत्नी और मां शव को देखते ही बेसुध हो गईं। सब रोते हुए बस एक ही बात बार बार कहे जा रहे थे कि उसने गोली क्यों मार दी? क्यों एक हंसता खेलता परिवार उजाड़ दिया। 

मौके पर पहुंचे रिश्तेदार, पड़ोसियों, शिक्षक संघ के लोगों और जान-पहचान वालों की आंखें नम हो गईं। पड़ोसियों का कहना है कि इतने सज्जन और व्यवहार कुशल आदमी की बेवजह हत्या कर दी। मृतक के परिजन किसी से कुछ भी बताने की अवस्था में नहीं हैं। 

जिलाधिकारी से नौकरी व पेंशन की मांग

मृतक का शव उसके घर पहुंचने पर जिलाधिकारी भी पहुंचे। जिन्हें देखकर परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे। परिजनों ने जिलाधिकारी एस० राजलिंगम से मृतक के भाई जितेंद्र को नौकरी व पत्नी को पेंशन देने की मनाग की है। उनका कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। मृतक की पत्नी का भदोही के प्राइमरी स्कूल से वाराणसी में ट्रांसफर किया जाय, जिससे वह अपने बच्चों की देख-रेख अच्छे से कर सके। इसके साथ ही धर्मेंद्र की नौकरी के जितने दिन शेष बचे थे, उसका पूरा वेतन जोड़कर उनकी पत्नी को दिया जाय।