3 दिन स्थिर रहने के बाद फिर बढ़ने लगा गंगा का जलस्तर, 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हो रही वृद्धि 

तीन दिन स्थिर रहने के बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार की सुबह गंगा का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर 63.95 मीटर पर पहुंच गया है। इसी रफ्तार से पानी बढ़ा तो आज जलस्तर 64 मीटर को पार कर सकता है। ऐसे में निगरानी की जा रही है। 
 

- काशी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से टूट चुका है 84 घाटों का आपसी संपर्क
- दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर बदले जा चुका हैं गंगा आरती का स्थान
- केंद्रीय जल आयोग, एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम कर रही निगरानी 

वाराणसी। तीन दिन स्थिर रहने के बाद गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार की सुबह गंगा का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है। गंगा का जलस्तर 63.95 मीटर पर पहुंच गया है। इसी रफ्तार से पानी बढ़ा तो आज जलस्तर 64 मीटर को पार कर सकता है। ऐसे में निगरानी की जा रही है। 

जुलाई के आखिरी में गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही थी। हालांकि पिछले तीन दिन गंगा का जलस्तर स्थिर रहा। शुक्रवार को गंगा के जलस्तर में मामूली गिरावट देखी गई, लेकिन शनिवार की सुबह जलस्तर में 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से इजाफा हो रहा है। गंगा के जलस्तर में फिर वृद्धि होने से तटवर्ती इलाके के लोग सशंकित हो गए हैं। 

पिछली बार जलस्तर बढ़ने से घाटों तक पानी पहुंच गया। काशी के 84 घाटों का आपसी संपर्क टूट गया। वहीं दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर गंगा आरती स्थल को बदलकार पीछे करना पड़ा। मणिकर्मिका पर महाश्मशान पर भी ऊंचाई वाले स्थानों पर शवदाह किया जा रहा है। 

गंगा के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग, एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम लगातार निगरानी कर रही है। तटवर्ती इलाके में नजर रखी जा रही है। वहीं नौकायन करने वाले श्रद्धालुओं को भी लगातार जागरूक किया जा रहा है। नौकायन पर भी नजर रखी जा रही है।