वाराणसी की वीडीए उपाध्यक्ष 'लेडी सिंघम' ईशा दुहन चंदौली की डीएम बनीं, गौरांग राठी भदोही सम्भालेंगे
शासन ने शनिवार को 14 आईएएस अधिकारियों के तबादले किये हैं। इसके तहत वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और एक दमदार महिला अधिकारी के रूप में जानी जानेवाली ईशा दुहन को चंदौली का जिलाधिकारी बनाया है। इसके साथ ही वाराणसी के पूर्व नगर आयुक्त और अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व नगर आयुक्त रहे गौरांग राठी को शासन ने भदोही का जिलाधिकारी नियुक्त किया है।
वाराणसी। शासन ने शनिवार को 14 आईएएस अधिकारियों के तबादले किये हैं। इसके तहत वाराणसी विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और एक दमदार महिला अधिकारी के रूप में जानी जानेवाली ईशा दुहन को चंदौली का जिलाधिकारी बनाया है। इसके साथ ही वाराणसी के पूर्व नगर आयुक्त और अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व नगर आयुक्त रहे गौरांग राठी को शासन ने भदोही का जिलाधिकारी नियुक्त किया है।
ईशा दुहन की एक जनप्रिय और दंबग अफसर के रूप में पहचान है। वर्ष 2017 मेें ईशा दुहन राजातालाब की एसडीएम थीं। तब वह अकेले लाठी लेकर बालू माफियाओं से भिड़ गयी थीं। खनन माफियाओं ने शासन स्तर से लेकर स्थानीय स्तर तक तमाम कोशिशें की लेकिन वह नही झुकीं। जनता में उनकी छवि दबंग लेडी अफसर के साथ जनप्रिय अधिकारी के रूप में है। इसके अलावा वाराणसी विकास प्राधिकरण को डिजिटल क्रांति से जोड़ने की पहल भी इन्होंने की। सारे डॉक्युमेंट्स को ऑनलाइन अपलोड कराया और विकास प्राधिकरण में रहने के दौरान भ्रष्टाचार की शिकायत पर कई अधिकारियों पर गाज भी गिराई।
उधर, गौरांग राठी अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व नगर निगम के नगर आयुक्त रहे लेकिन अब भदोही के जिलाधिकारी होंगे। गौरांग राठी अलीगढ़ में तैनाती से पहले वाराणसी नगर निगम के आयुक्त रहे। वाराणसी के नगर आयुक्त का कार्यभार सम्भालने के दौरान गौरांग राठी का तबादला अलीगढ़ विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष के पद पर हो गया था। वाराणसी से उनके तबादले के पीछे बताया जाता है कि यहां की महापौर व पार्षदों के साथ उनकी खिंचतान चल रही थी। कई मुद्दों पर उन्होंने प्रतिकार भी किया था। लेकिन वाराणसी नगर निगम के नगर आयुक्त रहते समय गौरांग राठी ने लॉकडाउन में एनालिटिक्स का उपयोग करके सभी जरूरी सेवाओं की डिजिटल निगरानी का तंत्र तैयार किया। इसके बाद उत्तर भारत में पहली बार ड्रोन से सेनेटाईजेशन का काम शुरू हुआ।