सिंपल लिविंग, शार्प माइंडेड अफसरों में होती है IPS मुथा अशोक जैन की गिनती, बनाये गये हैं बनारस के नये पुलिस कमिश्नर 

 

वाराणसी। 1995 बैच के यूपी कॉडर के आईपीएस अफसर मुथा अशोक जैन की गिनती प्रदेश में सिंपल लिविंग, शार्प माइंडेड (सादा जीवन, तीक्ष्ण बुद्धि) वाले पुलिस अधिकारियों में होती है। पुलिस अधिकारी के तौर पर लंबे समय तक कानपुर और झांसी आदि जिलों में कार्य कर चुके जैन मीडिया की चकाचौंध से ज्यादातर दूर ही रहते हैं। मुथा अशोक जैन काफी समय तक एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) में भी अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दे चुके हैं। फिल्म स्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद रिया चक्रवर्ती पर लगे ड्रग्स लेने के आरोपों की जांच के मामले में मुथा अशोक जैन मुख्य भूमिका रहे। उस वक्त वे एनसीबी में डिप्टी डायरेक्टर जनरल के पोस्ट पर तैनात थे। इसके अलावा शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान पर लगे ड्रग्स लेने के आरोपों के दौरान भी मुम्बई में एनसीबी की कमान मुथा अशोक जैन के हाथों में ही रही। 

1966 में गुंटूर आंध्र प्रदेश में जन्मे 56 वर्षीय आईपीएस अधिकारी मुथा अशोक जैन ने 1995 में सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद इंडियन पुलिस सर्विस में अधिकारी के पद पर तैनात हुए। इन्हें यूपी कॉडर अलॉट हुआ। बैंकिंग, अकाउंट्स और सांख्यिकी विषय से बी कॉम मुथा अशोक जैन ने मार्केटिंग और फाइनेंस में भी उच्च शिक्षा हासिल की हुई है। 

इसी साल नवंबर महीने में मुथा अशोक जैन केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस यूपी लौटे हैं। वापसी होने के बाद उन्हें डीजीपी मुख्यालय में अटैच करते हुए प्रतीक्षारत रखा गया था। हालांकि प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद मुथा अशोक जैन के अनुभव को देखते हुए योगी सरकार उन्हें अहम जिम्मेदारी देने की तैयारी में थी, जिसके बाद सोमवार रात उन्हें वाराणसी जैसे महत्वपूर्ण जिले का नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। 

स्वभाव से बेहद मृदुभाषी मुथा अशोक जैन, कॉलमिस्ट और इन्फ्यूएंसर भी हैं। उनके लेख देश के प्रतिष्ठित मैगजीन और अखबारों में प्रकाशित होते हैं। मुथा अशोक जैन इंडियन एक्सप्रेस जैसे प्रतिष्ठित मीडिया समूहों के लिए नियमित लेख भी लिखते हैं।